गोरखपुर : देश के 7 शहरों में स्थापित होने वाले इनकम टैक्स पेयर हब के पहले केंद्र का उद्घाटन सबसे पहले गोरखपुर में शुक्रवार को हुआ. उद्घाटन केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी को करना था, लेकिन वह नहीं पहुंच पाए. उनकी गैर मौजूदगी में उद्घाटन केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड नई दिल्ली की प्रधान आयकर महानिदेशक अर्चना चौधरी ने किया. कार्यक्रम को सांसद रवि किशन ने भी संबोधित किया.
गोरखपुर क्लब में खुला पहला केंद्र : प्रधान आयकर महानिदेशक अर्चना चौधरी ने कहा कि आयकर विभाग के द्वारा देश के 7 शहरों में टैक्सपेयर्स केन्द्र स्थापित होना है, गोरखपुर से इसकी शुरुआत होना एक अच्छी पहल है. बड़े शहरों में टैक्स पेयर्स की संख्या बढ़ रही है तो बी और सी ग्रेड के शहर में भी टैक्स पेयर्स की संख्या कम नहीं है. जरूरत है ऐसे लोगों को जागरूक करने की. जिससे राष्ट्र के निर्माण में, देश के विकास में वह इसके माध्यम से अपना अमूल्य योगदान भी दे सकें. हब से लोगों को टैक्स भरने से लेकर बचत और रिटर्न की भी जानकारी मिलेगी. इस केंद्र की स्थापना सिविल लाइंस चौक प्रधान आयकर कार्यालय के बगल में गोरखपुर क्लब में की गई है.
विभाग के पास होती है टैक्स चोरों की जानकारी : प्रधान आयकर महानिदेशक ने इस दौरान ईटीवी भारत को बताया कि, टैक्स देने से जो लोग बचते हैंस, ऐसे लोगों की सूचना विभाग के पास होती है. कार्रवाई उनके खिलाफ होती है जो इसके चोरी में लिप्त होते हैं. उन पर कभी डंडे नहीं पड़ते जो ईमानदारी से टैक्स भरते हैं. इस अवसर पर मीनाक्षी सिंह, प्रधान आयकर आयुक्त, गोरखपुर ने बताया कि करदाता सेवाओं में निरंतर सुधार और देश में अपनी उपस्थिति को मजबूती से प्रदर्शित करने के उद्देश्य से, आयकर विभाग ने सक्रिय पहल के प्रयास के क्रम में देश के सात शहरों में करदाता केंद्र (टैक्सपयेर्स हब) स्थापित करने का निर्णय लिया है.
युवाओं की जागरूकता के लिए होंगे प्रयास : प्रधान आयकर आयुक्त ने बताया कि युवाओं की कर-जागरूकता के लिए एक शैक्षिक पटल (Educational Kiosk) की भी व्यवस्था की जाएगी. कर साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए जीवंत कोना (vibrant corner) की भी व्यवस्था है. इसके द्वारा जीवन के प्रारंभ में ही युवाओं में वित्तीय साक्षरता की नींव डालने का प्रयास किया जाएगा. जिससे कि वे भविष्य में जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपने कर- दायित्वों का निर्वहन त्रुटिरहित एवं सुगमतापूर्वक तरीके से कर सकें.
सांसद बोले- लोग टैक्स भरकर दें योगदान : उपस्थित लोगों को सांसद रवि किशन, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, शिखा दरबारी, मुख्य आयकर आयुक्त, प्रयागराज ने भी संबोधित किया. सांसद ने कहा कि वर्ष 1990 तक उनकी जेब में इतने पैसे नहीं थे कि वह टैक्स भर सकें. उस समय टैक्स जैसी किसी चीज की उन्हें जानकारी भी नहीं थी, लेकिन फिल्मों में उनका कद बढ़ा तो करोड़ों रुपए उनकी कमाई होने लगी. ऐसे में उनके सीए ने उन्हें टैक्स देने और उसके फायदे के संबंध में जब बताया, तभी से वह लगातार टैक्स भर रहे हैं. इसकी उपयोगिता भी देख रहे हैं कि, देश के विकास कार्यों में टैक्स पेयर्स का कितना योगदान है. उन्होंने ऐसे लोगों से अपील किया जो टैक्स के दायरे में आते हैं, वह टैक्स भरकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें.
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