गोरखपुर: गोरखपुर-फैजाबाद खंड निर्वाचन क्षेत्र के विधान परिषद चुनाव की मतगणना गोरखपुर विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय भवन में शुरू हो रही है. कुल 14 टेबल पर मतगणना किया जा रहा है. अपर जिला निर्वाचन अधिकारी एके सैनी ने बताया कि इस चुनाव में मतदान मतपत्र के द्वारा हुआ है. यही वजह है कि चुनावी प्रक्रिया में मतपत्रों का पहले मिलान किया जाएगा, फिर उसकी गड्डी बनाई जाएगी. करीब 12 बजे तक गड्डी बनाने का दौर चलेगा. इसके बाद ही मतगणना शुरू हो पाएगी और परिणाम आने में कम से कम 6 घंटे का समय लगेगा.
देर शाम आएगा परिणाम
एमएलसी चुनाव के लिए 1 दिसंबर को मतदान हुआ था. इसमें 17 जिलों के 40,164 मतदाताओं को मतदान करना था, लेकिन मात्र 73.94% मतदाताओं ने ही मतदान किया. इसमें करीब 28,800 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इन्हीं मतों को मतपेटियों से निकालने के बाद सबसे पहले गड्डी बनाई जाएगी. फिर प्रत्याशी वार उसकी छटाई होगी.
इस चुनाव की मतगणना दोहरी भूमिका में होती है और प्रत्याशी का निर्वाचन भी इसी आधार पर होता है. हर मतदाता प्रत्याशियों को प्रथम और द्वितीय वरीयता का मतदान करता है. जिस प्रत्याशी को कुल पड़े मत का 40% से अधिक प्रथम वरीयता का वोट मिल जाता है, वह विजयी हो जाता है. लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो प्रथम वरीयता के सर्वाधिक मत पाने वाले प्रत्याशी के आंकड़े में उसे मिले द्वितीय वरीयता का मत जोड़कर परिणाम तय किया जाता है. इस मतगणना में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का भी पालन करने के लिए मौके पर स्वास्थ विभाग की टीम तैनात दिखी.
इस चुनाव में कुल 16 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया था, जिन्हें शिक्षक मतदाताओं ने अपना वोट दिया. पहली बार इस चुनाव में राजनीतिक दल के रूप में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी उतारा था. बाकी अन्य सभी प्रत्याशी शिक्षक दलों के समर्थित प्रत्याशी थे. इस चुनाव में ऐसी लड़ाई मौजूदा विधान परिषद सदस्य और शिक्षक संघ के शर्मा गुट से चुनाव लड़े ध्रुव कुमार त्रिपाठी से बाकी प्रत्याशियों की है. फिलहाल देर शाम परिणाम आने के बाद ही यह तय हो पाएगा कि इस चुनाव का विजेता कौन होगा.