गोरखपुर : पिछले तीन-चार दिनों से गोरखपुर में बारिश हो रही है. रह-रहकर हो रही तेज बारिश जलभराव का कारण बन रही है. कोई इसे ताऊते तूफान का असर बता रहा है तो कोई मौसम में हो रहे बदलाव का असर. लेकिन इस भरी बरसात में इस शहर से एक बड़ी खबर यह देखने को मिली कि शहर के वीआईपी इलाके बेतियाहाता वार्ड के समाजवादी पार्टी के युवा पार्षद, बारिश और नाले के पानी से लबालब भर चुकी सड़क के बीच बैठकर नगर निगम प्रशासन के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने लगा. धरने पर बेठे पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी ने कहा कि बेतियाहाता वार्ड के तमाम हिस्सों की सड़कें बुरी तरह टूट चुकी हैं. नाले और नालियां जाम पड़ी हैं. जिसकी वजह से वार्ड की जनता बेहद परेशान है. वह अपने वार्ड की जनता की समस्या निगम प्रशासन, मेयर सभी से पिछले 4 वर्षों से करते चले आ रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही.
नाले के पानी से भरी सड़क पर पार्षद का विरोध प्रदर्शन
विश्वजीत त्रिपाठी ने कहा कि जनता ने उन्हें अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए प्रतिनिधि चुना है. वह समय-समय पर समस्याओं के निदान के लिए आंदोलन करते रहते हैं. लेकिन सड़क और नाली की जो समस्या है वह निरंतर बनी हुई है, जिसका कोई निदान नहीं हो रहा. हर बरसात में यह वीआईपी वार्ड नरक वार्ड बन जाता है. उन्होंने कहा कि इस वार्ड में ही जिले के कई प्रशासनिक अधिकारियों का आवास है, बावजूद इसके यहां घोर लापरवाही जल निकासी और सड़कों के निर्माण को लेकर हो रही है. उन्होंने कहा कि अगर वह चुप बैठे तो जनता का भरोसा उन पर से उठ जाएगा. वह जनता की समस्याओं को लेकर पहले भी आंदोलन करते रहे हैं. और आज वह मजबूर होकर बरसात और गंदे पानी में सड़क पर बैठे हैं, ताकि वार्ड की जनता की पीड़ा नगर निगम प्रशासन तक पहुंचे.
निगम कार्यालय से 2 किलोमीटर की दूरी पर है बेतियाहाता वार्ड
बेतियाहाता वार्ड नगर निगम से बमुश्किल 2 किलोमीटर की दूरी पर है. फिर भी यहां व्याप्त समस्या निगम के अधिकारियों को नहीं दिखती. दूर के वार्डों की तो बात ही छोड़िए. इस वार्ड में नगर निगम की पूर्व मेयर डॉक्टर सत्या पांडेय का भी निवास स्थान है. विश्वजीत त्रिपाठी ने कहा कि मेयर से लगातार समस्याओं के निराकरण की मांग कर रहा हूं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही. उनका कहना था कि समस्याओं के निराकरण के लिए जो भी कदम उठाने पड़ेंगे वह उठाएंगे और जनता के लिए अपनी आवाज बुलंद करेंगे.