गोरखपुर: पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन कोविड-19 के संक्रमण और प्रसार को रोकने के क्रम में अपने उन कर्मचारियों को लगातार पुरस्कृत और प्रोत्साहित करने में जुटा है जो इस दौरान कुछ विशेष योगदान दे रहे हैं. ऐसे में सभी कर्मचारी इस कार्य में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का प्रयास कर रहे हैं. रेलवे प्रत्येक मंडल के एक कर्मचारी को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए "कोरोना वॉरियर आफ द डे" के नाम का पुरस्कार भी दे रहा है.
कर्मचारियों को 'कोरोना वारियर्स ऑफ द डे' का मिला रहा पुरस्कार वाराणसी मंडल के कटका स्टेशन के स्टेशन मास्टर अमित दूबे कर्मचारियों को हैंडवाश और मास्क उपलब्ध कराने के साथ ही पीने के पानी की व्यवस्था करा रहे हैं. उन्होंने दोहरीकरण कार्य में लगे 35 मजदूरों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया है. इस कड़ी में अमित दूबे को 'कोरोना वारियर आफ द डे' घोषित किया गया.
कर्मचारियों को 'कोरोना वारियर्स ऑफ द डे' का मिला रहा पुरस्कार लखनऊ मंडल के पॉलीक्लीनिक, ऐशबाग में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत विनोद भारती ने बादशाह नगर स्टेशन से लेकर डोमिनगढ़ स्टेशन तक सभी स्टेशनों पर उतरकर लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग करने के साथ ही उन्हें सोशल डिस्टेनसिंग का महत्व भी समझाया है. बादशाह नगर, गोमतीनगर, जहांगीराबाद और डोमिनगढ़ स्टेशनों पर 900 से अधिक रेलकर्मियों और उनके परिवारजनों की थर्मल स्क्रीनिंग की, जिसके कारण उनको 'कोरोना वारियर आफ द डे' घोषित किया गया.
कर्मचारियों को 'कोरोना वारियर्स ऑफ द डे' का मिला रहा पुरस्कार इज्जतनगर कारखाना के एम.सी.एम. अनिल सेठ ने अपने अथक प्रयासों और सूझबूझ से वैश्विक महामारी के दौरान सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए निर्धन ,असहाय लोगों की बस्तियों में भोजन और फल का वितरण करा रहे हैं. साथ ही इनके ओर से छोटे बच्चों के लिए दूध का प्रबंध कर उसका वितरण कराया जा रहा है, जिसके कारण इन्हें भी 'कोरोना वारियर आफ द डे' घोषित किया गया.
कर्मचारियों को 'कोरोना वारियर्स ऑफ द डे' का मिला रहा पुरस्कार