गोरखपुरः राजभवन के आदेश पर दीक्षांत समारोह की वर्षों से चली आ रही परंपरा में यह बदलाव होने जा रहा है. गोरखपुर जिले में उच्च शिक्षा के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और तकनीकी शिक्षा के लिए मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय हैं. जो प्रत्येक वर्ष अलग-अलग दीक्षांत समारोह आयोजित करते हैं. इस दौरान विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों को उपाधियों से नवाजते हैं.
अब इन दोनों विश्वविद्यालयों को यह आयोजन एक साथ 15 दिसंबर को करने का राजभवन से निर्देश हुआ है. उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का कहना है कि समय और संसाधन दोनों का इससे बचत होगा और आपसी तालमेल का भी वातावरण तैयार होगा जिससे स्पर्धा बढ़ेगी.
डीडीयू का 40वां और MMMTU का होगा 8वां दीक्षांत समराहो
दीक्षांत समारोह की तिथि में बदलाव हुआ है. पहले 14 दिसंबर की तिथि तय थी. कुलाधिपति व राज्यपाल की अनुमति मिलने के बाद दोनों विश्वविद्यालयों में आयोजन की तैयारी तेज हो गई है.
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गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने कहा है कि समारोह के आयोजन के लिए विश्वविद्यालय की ओर से 29 समितियों के संयोजक बना दिए गए हैं. पिछली बार कोरोना कि वजह से आयोजन नहीं हो पाया था और इस बार 40वां दीक्षांत समारोह खास हो इसके लिए पूरी कोशिश है. दीक्षांत समारोह का आयोजन 8 दिसंबर से ही शुरू हो जाएगा. गोल्ड मेडल पाने वाले विद्यार्थियों की सूची तैयार की जा रही है.
वहीं मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय ने दीक्षांत समारोह के संबंध में बताया कि इसके लिए गठित कमेटियां डिग्रियों की समीक्षा और प्रिंटिंग कराने में जुट गई हैं. छात्रों की सूची भी तैयार हो गई है. विश्वविद्यालय के छठवें दीक्षांत समारोह को खास बनाने के लिए पूरा प्रयास हो रहा है. उन्होंने बताया कि राज्यपाल डिजिलॉकर पर छात्र-छात्राओं की डिग्रियों और मार्कशीट को अपलोड करेंगी जो दीक्षांत समारोह के दौरान होगा. ऐसा होने के बाद विश्वविद्यालय के विद्यार्थी इंटरनेट के माध्यम से कहीं भी अपनी डिग्री और मार्कशीट हासिल कर सकेंगे.
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