गोरखपुर: कोरोना की महामारी के बीच दक्षिण भारत का नारियल गोरखपुर के लोगों की सेहत सवारने के साथ रोजगार का भी बड़ा माध्यम बन गया है. तमाम बेरोजगार युवक जहां इस कारोबार को अपनाकर अपने परिवार का आर्थिक संकट दूर करने में जुटे हैं तो वहीं लोग नारियल पानी को सुरक्षित पेय पदार्थ के रूप में बेधड़क प्रयोग कर रहे हैं. आलम यह है कि सामान्य दिनों की अपेक्षा नारियल पानी की बिक्री करीब 30 से 40 हजार हो गई है. इस समय गोरखपुर शहर के हर चौराहे पर इसकी बाजार खूब लग रही है और लोग इसे बड़े चाव से पी और खा रहे हैं.
गोरखपुर: रोजगार का सहारा, सेहत के लिए निराला साबित हो रहा दक्षिण भारत का नारियल
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में कोरोना काल के दौरान नारियल पानी का लोग ज्यादा सेवन करते नजर आ रहे हैं. एक तरफ जहां लोग नारियल पानी पीकर कोरोना काल में अपने सेहत पर ध्यान दे रहे हैं वहीं इससे कई बेरोजगारों को रोजगार भी मिल रहा है.
गोरखपुर: कोरोना की महामारी के बीच दक्षिण भारत का नारियल गोरखपुर के लोगों की सेहत सवारने के साथ रोजगार का भी बड़ा माध्यम बन गया है. तमाम बेरोजगार युवक जहां इस कारोबार को अपनाकर अपने परिवार का आर्थिक संकट दूर करने में जुटे हैं तो वहीं लोग नारियल पानी को सुरक्षित पेय पदार्थ के रूप में बेधड़क प्रयोग कर रहे हैं. आलम यह है कि सामान्य दिनों की अपेक्षा नारियल पानी की बिक्री करीब 30 से 40 हजार हो गई है. इस समय गोरखपुर शहर के हर चौराहे पर इसकी बाजार खूब लग रही है और लोग इसे बड़े चाव से पी और खा रहे हैं.