गोरखपुर: कोरोना संक्रमण के दौरान विदेशों में फंसे भारतीय लोगों को स्वदेश लाने की पहल शुरू हो गई है. वहीं इससे पूर्व गोरखपुर के एक पार्षद ने गोरखनाथ थाना क्षेत्र निवासी रूपचंद की कुवैत में मौत होने के बाद शव वापस लाने के लिए परेशान परिजनों के पत्र को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा कर शव के स्वदेश लाने की पहल की है. पार्षद के पत्र को सीएम ने भी गंभीरता से लेते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा है. उन्होंने इस मामले में सहयोग कर पीड़ितों को मदद करने की मांग की है.
दरअसल, रूपचंद कुवैत में नौकरी करता था. उसकी पत्नी उर्मिला देवी के पत्र से इसी बात का हवाला मिलता है, जिसमें उसने जिक्र किया है कि उसके पति के मौत की सूचना उसके साथ काम करने वाले सहयोगी के द्वारा फोन से मिली है, जिसके बाद वह परेशान होकर मुख्यमंत्री को एक पत्र स्थानीय पार्षद ऋषि मोहन वर्मा के माध्यम से पहुंचाया.
मुख्यमंत्री ने इस पत्र का संज्ञान लेते हुए विदेश मंत्री को पत्र लिखकर मदद करने को कहा है. स्थानी पार्षद ऋषि मोहन के इस प्रयास से पीड़िता को उसके पति के शव को मिलने की उम्मीद जाग गई है. ऐसे में जब विदेशों से यात्रियों को लाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
रूपचंद गोरखनाथ मंदिर क्षेत्र का रहने वाला है और स्थानीय पार्षद ऋषि मोहन वर्मा गोरखपुर नगर निगम में पार्षद दल के उप नेता हैं. इसके साथ ही वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संगठन हिंदू युवा वाहिनी के महानगर संयोजक भी हैं. पार्षद के इस पत्र को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया और अपना प्रयास विदेश मंत्री तक पहुंचा दिया है. उम्मीद है कि शायद रूपचंद का शव बहुत जल्द उसके परिजनों तक पहुंच जाए.
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