गोरखपुर: गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर आज गोरक्षपीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरू की भूमिका में नजर आएंगे. इस अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने वह राजधानी लखनऊ से करीब 11:00 बजे पहुंचेंगे. तय कार्यक्रम के अनुसार, मंदिर पहुंचने के बाद योगी अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैध नाथ की पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद लेंगे. इसके बाद विभिन्न राज्यों से आए नाथ योगी, संत महात्मा और गृहस्थ शिष्यों को गोरक्ष पीठाधीश्वर आशीर्वाद देंगे.
- योगी के मंदिर पहुंचने से पूर्व सभी पूजन कार्यक्रम मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ पूर्ण करेंगे.
- सनातन हिंदू धर्म की गौरवपूर्ण परंपरा में गुरु की महिमा का यह पर्व सर्वोच्च रहा है.
- इसलिए आज के दिन गुरु-शिष्य दोनों इस अवसर का लाभ एक दूसरे को प्रदान करते हैं.
- मंदिर में यह कार्यक्रम दिग्विजय नाथ सभागार में आयोजित किया गया है.
- जिसमें शहर के करीब 5000 लोगों को निमंत्रण भेजा गया है.
भजन गायन के साथ भंडारे का आयोजन
मंदिर सूत्रों की माने तो कार्यक्रम में भजन का गायन भी होगा तो सामूहिक आरती के बाद दिन के करीब 1:00 बजे सह भोज कार्यक्रम भी शुरू होगा. वर्षों से चली आ रही परंपरा का निर्वहन योगी आदित्यनाथ बतौर गोरक्षनाथ पीठाधीश्वर के रूप में करेंगे और वह अपने भक्तों को तिलक लगाएंगे तो उनके भक्त और अनुयाई भी उन्हें तिलक लगाने का कार्य करेंगे. पहली बार यह समारोह दिग्विजय नाथ सभागार में हो रहा है क्योंकि संख्या ज्यादा है. सूत्रों की माने तो इस कार्यक्रम में मीडिया का प्रवेश भी बस दो मिनट का होगा.