गोरखपुर: चुनावी दौर में एक समाचार पत्र को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए इंटरव्यू में "राजपूत होना गर्व की बात है" कहने पर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की सरकार ने बिना भेदभाव के विकास किया है. उन्होंने कहा कि संत की कोई जाति नहीं होती और योगी आदित्यनाथ पर जातिवादी होने का सवाल उठाना विपक्ष के हताशा का परिणाम है. उन्होंने कहा कि विपक्ष खुद जातिवादी राजनीति में डूबा हुआ है. इसलिए उसे चारों तरफ जातिवाद ही नजर आता है.
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राकेश त्रिपाठी शनिवार को गोरखपुर में थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस मसले पर मीडिया के सामने पार्टी का पक्ष रख रहे थे. उन्होंने कहा कि यह पहली बार देखने को मिला जब बीजेपी की सरकार में मुस्लिम समाज भी बेहद खुश नजर आ रहा है. प्रधानमंत्री आवास योजना में 27% से ज्यादा मुस्लिम परिवारों को आवास का लाभ मिला है. उन्होंने विपक्ष से सवाल किया कि कोई एक ऐसी योजना का नाम बता दें जिसमें योगी आदित्यनाथ की जाति से जुड़े लोगों को विशेष लाभ मिला हो.
योगी ने अपनी सरकार में समाज के दबे-कुचले लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाया है. वनटांगिया और मुसहर जैसी जातियों के जीवन में नई रोशनी भरने का कार्य किया. ये जातियां पूर्व की सरकारों में पूरी तरह उपेक्षित थीं. ऐसे में योगी आदित्यनाथ पर जातिवादी होने, एक जाति विशेष को लाभ पहुंचाने का विपक्ष का आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है. उन्होंने कहा कि विपक्ष पहले अपने घर में झांक कर देखे जहां सिर्फ एक जाति और एक क्षेत्र विशेष के लोगों को ही उनकी सरकार में विशेष महत्त्व दिया गया था.