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इंसेफेलाइटिस की तरह कोरोना महामारी पर किया जाएगा नियंत्रण: सीएम योगी

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ.
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Published : Aug 30, 2020, 10:13 AM IST

Updated : Aug 30, 2020, 2:34 PM IST

10:02 August 30

सीएम योगी ने सर्किट हाउस में मीडिया से की बातचीत

सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ की बैठक.

गोरखपुर: रविवार को दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सर्किट हाउस के एनेक्सी भवन में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक करने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मामले में उत्तर प्रदेश की स्थिति देश के सभी राज्यों से बेहतर है. सबसे अधिक जांच उत्तर प्रदेश में हो रही है तो नियंत्रण स्थापित करने के मामले में भी सरकार की पहल जन सहभागिता से सफल होती दिखाई दे रही है.

'वैक्सीन और दवा का है इंतजार'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस प्रकार पूरे पूर्वांचल को इंसेफेलाइटिस जैसी महामारी से धीरे-धीरे मुक्त करने में उनकी सरकार कामयाब हुई है, उसी प्रकार कोविड-19 की महामारी से भी निपट लिया जाएगा. इसके लिए बस वैक्सीन और दवा के आने का इंतजार है. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से विषाणु जनित बीमारियों से निपटने में स्वच्छ भारत मिशन का बड़ा योगदान है. इसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया था.

'स्वच्छता ही कोरोना से बचाव का उपाय'
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से बचाव में भी स्वच्छता और साफ-सफाई जहां मूल कारण है, वहीं हर वर्ष सैकड़ों- हजारों बच्चों को असमय काल के गाल में ले जाने वाली इंसेफेलाइटिस जैसी महामारी पर भी इसके माध्यम से नियंत्रण स्थापित किया गया है. उन्होंने कहा कि कई विभागों के समन्वय और प्रयास से जब स्वच्छता का अभियान गांव-गांव तक पहुंचाया गया तो इंसेफेलाइटिस की बीमारी में काफी कमी आई है. 

'4 सालों में कम हुई मरीजों की संख्या'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि पिछले 4 सालों में साल दर साल इंसेफेलाइटिस के मरीजों की संख्या कम हुई है तो इससे होने वाली मौत के आंकड़े भी एकदम से घट गए हैं. इस अभियान को सफल होने में तीन लाख से ज्यादा बनाए गए शौचालयों की भी अहम भूमिका है, जिससे अब गांव और सड़क खुले में शौच मुक्त है और तमाम तरह के संक्रमण इससे होने से बच रहे हैं.

विवाद पर लगाम लगाने की कोशिश
मुख्यमंत्री ने इस दौरान गोरखपुर के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करके उपजे विवाद को भी थामने का काम किया. दरअसल, PWD के एक अभियंता के तबादले को लेकर गोरखपुर के नगर विधायक जहां अड़े हुए थे तो वहीं बाकी विधायक और सांसद अभियंता के पक्ष में लामबंद थे. यह लड़ाई सोशल मीडिया से लेकर अखबारों तक खुलेआम हो गई थी, जिससे सरकार और संगठन दोनों की छीछालेदर हो रही थी. मुख्यमंत्री ने इस पर भी विराम लगाने का प्रयास किया.

ये भी पढ़ें: गोरखपुर: ऑनलाइन होगा ब्रम्हलीन महंत का पुण्यतिथि समारोह, सीएम योगी भी होंगे शामिल

अधिकारियों के साथ की बैठक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान जिले के समस्त वरिष्ठ अधिकारियों से उनके विभागों की कार्य योजना और चल रहे विकास कार्यों की भी स्थिति जाना. इस दौरान उन्होंने विधायकों को आश्वस्त किया कि जल निकासी समेत जनहित से जुड़ी हर समस्या को प्राथमिकता के साथ दूर किया जाएगा. मुख्यमंत्री इसके बाद अपने निजी निवास गोरखनाथ मंदिर के लिए रवाना हो गए और यहां पर वह देर शाम आयोजित होने वाले पुण्यतिथि समारोह की तैयारियों का जायजा लेंगे.

10:02 August 30

सीएम योगी ने सर्किट हाउस में मीडिया से की बातचीत

सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ की बैठक.

गोरखपुर: रविवार को दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सर्किट हाउस के एनेक्सी भवन में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक करने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मामले में उत्तर प्रदेश की स्थिति देश के सभी राज्यों से बेहतर है. सबसे अधिक जांच उत्तर प्रदेश में हो रही है तो नियंत्रण स्थापित करने के मामले में भी सरकार की पहल जन सहभागिता से सफल होती दिखाई दे रही है.

'वैक्सीन और दवा का है इंतजार'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस प्रकार पूरे पूर्वांचल को इंसेफेलाइटिस जैसी महामारी से धीरे-धीरे मुक्त करने में उनकी सरकार कामयाब हुई है, उसी प्रकार कोविड-19 की महामारी से भी निपट लिया जाएगा. इसके लिए बस वैक्सीन और दवा के आने का इंतजार है. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से विषाणु जनित बीमारियों से निपटने में स्वच्छ भारत मिशन का बड़ा योगदान है. इसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया था.

'स्वच्छता ही कोरोना से बचाव का उपाय'
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से बचाव में भी स्वच्छता और साफ-सफाई जहां मूल कारण है, वहीं हर वर्ष सैकड़ों- हजारों बच्चों को असमय काल के गाल में ले जाने वाली इंसेफेलाइटिस जैसी महामारी पर भी इसके माध्यम से नियंत्रण स्थापित किया गया है. उन्होंने कहा कि कई विभागों के समन्वय और प्रयास से जब स्वच्छता का अभियान गांव-गांव तक पहुंचाया गया तो इंसेफेलाइटिस की बीमारी में काफी कमी आई है. 

'4 सालों में कम हुई मरीजों की संख्या'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि पिछले 4 सालों में साल दर साल इंसेफेलाइटिस के मरीजों की संख्या कम हुई है तो इससे होने वाली मौत के आंकड़े भी एकदम से घट गए हैं. इस अभियान को सफल होने में तीन लाख से ज्यादा बनाए गए शौचालयों की भी अहम भूमिका है, जिससे अब गांव और सड़क खुले में शौच मुक्त है और तमाम तरह के संक्रमण इससे होने से बच रहे हैं.

विवाद पर लगाम लगाने की कोशिश
मुख्यमंत्री ने इस दौरान गोरखपुर के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करके उपजे विवाद को भी थामने का काम किया. दरअसल, PWD के एक अभियंता के तबादले को लेकर गोरखपुर के नगर विधायक जहां अड़े हुए थे तो वहीं बाकी विधायक और सांसद अभियंता के पक्ष में लामबंद थे. यह लड़ाई सोशल मीडिया से लेकर अखबारों तक खुलेआम हो गई थी, जिससे सरकार और संगठन दोनों की छीछालेदर हो रही थी. मुख्यमंत्री ने इस पर भी विराम लगाने का प्रयास किया.

ये भी पढ़ें: गोरखपुर: ऑनलाइन होगा ब्रम्हलीन महंत का पुण्यतिथि समारोह, सीएम योगी भी होंगे शामिल

अधिकारियों के साथ की बैठक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान जिले के समस्त वरिष्ठ अधिकारियों से उनके विभागों की कार्य योजना और चल रहे विकास कार्यों की भी स्थिति जाना. इस दौरान उन्होंने विधायकों को आश्वस्त किया कि जल निकासी समेत जनहित से जुड़ी हर समस्या को प्राथमिकता के साथ दूर किया जाएगा. मुख्यमंत्री इसके बाद अपने निजी निवास गोरखनाथ मंदिर के लिए रवाना हो गए और यहां पर वह देर शाम आयोजित होने वाले पुण्यतिथि समारोह की तैयारियों का जायजा लेंगे.

Last Updated : Aug 30, 2020, 2:34 PM IST
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