गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार 7 नवंबर को गोरखपुर को बिजली के क्षेत्र में 216 करोड़ की कई परियोजनाओं का सौगात दी है. इन परियोजनाओं के धरातल पर उतरने के साथ शहर से लेकर गांव तक जहां बिजली की समस्या दूर होगी. इसके साथ ही आने वाले समय में स्थापित होने वाले उद्योग और मेट्रो जैसी परियोजना के लिए भी बिजली की कमी शहर महसूस नहीं करेगा. मुख्यमंत्री ने अपने आवास से इन परियोजनाओं का वर्चुअल शिलान्यास किया, जिसमें शहर के विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करके इसे लोगों के बीच पहुंचाया गया. कार्यक्रम में सांसद, विधायक और भाजपा के पदाधिकारियों के साथ बिजली और प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे.
सांसद रवि किशन भी रहे मौजूद
खजनी विधानसभा क्षेत्र में 56 करोड़ 21 लाख से 132 केवी का नया पारेषण उपकेंद्र बनाया जाएगा. शहर के भीतर महादेव झारखंडी और दिव्य नगर क्षेत्र में 10 एमबीए के उपकेंद्र निर्माण का मुख्यमंत्री ने तोहफा देकर आने वाले समय में से लोगों को बिजली समस्या से निजात दिलाने का उपाय किया है. सीएम के इस कार्यक्रम में लोगों की मौजूदगी रही. यह कार्यक्रम सदर सांसद रवि किशन शुक्ला के मौजूदगी में संचालित हुआ. मुख्यमंत्री की घोषणा पर सांसद ने कहा कि गोरखपुरवासियों को दिवाली के अवसर पर इससे बड़ा और कोई तोहफा नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो सौगात दी है उससे अंधेरा छटेगा और दुर्घटनाएं भी नहीं होंगी.
इस परियोजना के तहत करीब 31 जगह बांस बल्ली के सहारे हो रही बिजली की सप्लाई भी 31 दिसंबर 2020 तक खत्म हो जाएगी, यहां स्थाई खंभे लगा दिए जाएंगे. इसके अलावा शहर में नए ट्रांसफार्मरों की स्थापना पर तीन करोड़ 90 लाख रुपये खर्च हुए थे तो जर्जर पुराने तार को हटाए जाने के लिए 3 करोड़ 10 करोड़ रुपये खर्च हुए थे, उसका सीएम ने लोकार्पण किया. लोकार्पण की श्रृंखला में पादरी बाजार में 26 लाख की लागत से बना उपकेंद्र, रानीबाग उपकेंद्र की 27 लाख से क्षमता वृद्धि और शहर में पुराने तार की जगह नए तार पर 4 करोड़ रुपये खर्च हुए थे वह भी शामिल था. सीएम ने इस दौरान उपस्थित जनसमूह को कहा कि गोरखपुर की प्रगति से पूरे पूर्वांचल का विकास होगा. यह उद्योग और विकास की नई परिकल्पना को साकार करता नजर आएगा.