गोरखपुर: वर्ष 2017 से पहले गोरखपुर पर्यटन के क्षेत्र में काफी पीछे था, लेकिन में प्रदेश में योगी सरकार के बनने बाद यहां के पर्यटन को पंख लग गए. पर्यटन विकास के मामले में कभी गोरखपुर की छवि घिसटते पैरों से चलने वाले क्षेत्र की थी. अब यहां पर्यटन विकास की उड़ान आसमानी हो चली है.
महज साढ़े चार साल पहले तक यहां पर्यटन के नाम पर दायरा विश्व विख्यात गोरखनाथ मंदिर तक सिमट जाता था, लेकिन अब यहां आप रामगढ़ताल जाकर मुंबई के मरीन ड्राइव सा नजारा देख सकते हैं. चिड़ियाघर की सैर कर बब्बर शेर की दहाड़ सुन सकते हैं. आने वाले दिनों में यहां लगभग तैयार वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और प्रस्तावित सी प्लेन सेवा से पर्यटन विकास को और ऊंचाई मिलनी भी तय है.
मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही योगी आदित्यनाथ ने हर उस संभावना पर काम किया है, जिससे गोरखपुर को पर्यटन के नक्शे पर चमकाया जा सके. मंशा बिलकुल साफ, पर्यटन विकास से जिले की खूबसूरती में चार चांद लगें और रोजगार के नए अवसर भी सृजित हों. सरकार की यह मंशा पूरी भी हो रही है. याद करिए 2017 के पहले के रामगढ़ताल को, उपेक्षित रहा 1700 एकड़ का यह नैसर्गिक ताल अब शहर की खूबसूरती का नया पैमाना बन गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे विहंगम बनाने में खजाना खोल दिया. रामगढ़ताल को कोई मुंबई का मरीन ड्राइव कहता है, तो कोई जुहू चौपाटी. शहर ही नहीं अन्य जगहों से बड़ी संख्या में लोग रामगढ़ताल की निखरी रंगत निहारने, यहां बोटिंग करने, पिकनिक मनाने आते हैं. सरकार यहां पर्यटकों के लिए क्रूज सेवा शुरू करने की तैयारी में है.
सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल रहे रामगढ़ताल क्षेत्र में ही विश्व स्तरीय वाटर स्पोर्ट्स का निर्माण भी लगभग पूरा हो चुका है. पूरी उम्मीद है कि कुछ महीनों में ही लोग यहां रोमांचक जल क्रीड़ा का आनंद उठाने लगेंगे. यही नहीं, यहां राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के वाटर स्पोर्ट्स इवेंट आयोजित होंगे और युवाओं को वाटर स्पोर्ट्स से संबंधित ट्रेनिंग भी मिलेगी.
वाटर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में वाटर स्पोर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर, रोविंग, केनाईंग, क्याकिंग, स्कीईंग, पैरा ग्लाइडिंग, वाटर स्कूटर, सी स्कूटर, कैफेटेरिया, अलग-अलग सीट के बोट, बनाना बोट, स्पीड बोट, फ्लोटिंग जेट्टी, प्लेयर डारमेट्री, फर्स्ट एड सेंटर, स्पोर्ट्स मेडिसिन सेंटर, ट्रेनिंग सेंटर, वाटर डेक, चेंजिंग रूम, रेस्तरां, कैफेटेरिया, वेटिंग रूम आदि की भी सुविधाएं मिलेंगी.
इन तमाम सुविधाओं से न केवल स्थानीय बल्कि बाहर के पर्यटकों का भी रुझान बढ़ेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा रामगढ़ताल में सी प्लेन उतारने की है. इसकी घोषणा वह जनवरी में आयोजित गोरखपुर महोत्सव में कर भी चुके हैं. सरकार इस दिशा में योजना की रूपरेखा तैयार कर रही है.
योगी के कार्यकाल में गोरखपुर को एक बड़ी सौगात चिड़ियाघर की भी मिली है. अमर शहीद अशफाक उल्ला खां के नाम रामगढ़ताल के समीप बने चिड़ियाघर में आस-पास के जिलों से भी बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं, जबकि एक समय ऐसा भी था कि गोरखपुर के लोगों को चिड़ियाघर की सैर के लिए लखनऊ या अन्य शहरों का रुख करना पड़ता था. प्राकृतिक वेटलैंड एरिया में होने से इसकी विशिष्टता और प्रतिष्ठित हो रही है.
बात सिर्फ रामगढ़ताल या चिड़ियाघर तक ही सीमित नहीं है. पर्यटन विकास के ध्येय से सरकार ने गोरखनाथ मंदिर समेत सभी धर्म स्थलों को भी निखारा है. गोरखनाथ मंदिर में साउंड एंड लाइट शो के जरिए गुरु गोरखनाथ की कथा स्मृतियों को भी जीवंत किया गया है. शहर के प्रमुख धार्मिक स्थलों के साथ ही पर्यटन संवर्धन योजना से गांव के मंदिरों को भी सुंदरीकृत किया गया है.
इसी कड़ी में योगी सरकार ने मानव काया के अंतिम पड़ाव राप्ती नदी तट पर स्थित राजघाट को शहर का नया पर्यटन स्थल बना दिया है. राप्ती के दोनों तट गुरु गोरखनाथ और प्रभु श्रीराम के नाम पर खूबसूरत पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किए गए हैं. जिले के ऐतिहासिक स्थलों चौरीचौरा शहीद स्मारक, तरकुलहा देवी मंदिर, डोहरिया कलां, जिला जेल स्थित अमर शहीद पंडित रामप्रसाद बिस्मिल स्मारक को भी हेरिटेज टूरिस्ट प्लेस के रूप में विकसित किया गया है.
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