गोरखपुर: बिहार में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार की शाम जिले में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउस के एनेक्सी भवन में विकास परियोजनाओं की प्रगति को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण किए जाएं. साथ ही कहा कि किसी भी कार्य में रिवाइज बजट की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए. सीएम योगी ने बिजली, धान क्रय, जमीन के अधिग्रहण, पर्यटन और स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए पुलिसिंग पर जोर देने की बात भी कही.
'फोरलेन के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश'
विकास कार्यों की समीक्षा में सीएम ने जिले में बनाई जा रही फोरलेन की सड़कों का हाल जाना. इसमें जंगल कौड़िया से मोहद्दीपुर, सोनौली से नौतनवा, गोरखपुर से देवरिया और गोरखपुर से वाराणसी फोरलेन मार्ग के प्रगति की समीक्षा की गई. उन्होंने कहा कि गोरखपुर-देवरिया मार्ग का निर्माण 15 दिसंबर 2020 तक हर हाल में पूर्ण कर लिया जाए. सीएम ने सड़क निर्माण में अधिग्रहित जमीनों का शेष मुआवजा भी जल्द देने की बात कही. साथ ही 11 करोड़ की लागत से जर्जर तारों के बदलने के कार्य के प्रगति की भी जानकारी मुख्य अभियंता विद्युत से ली. इसके साथ ही सीएम ने मुख्य अभियंता को निर्देशित किया कि जिले में विद्युत सब स्टेशन बनाए जाने के लिए जमीनों की उपलब्धता शीघ्र सुनिश्चित कराएं. योगी आदित्यनाथ ने निर्माणाधीन चिड़ियाघर को 30 नवंबर 2020 तक पूर्ण कर लेने के निर्देश दिए. सीएम की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी, कमिश्नर समेत सभी विभागों के मुखिया मौजूद रहे.
'धान खरीद में न हो लापरवाही'
मुख्यमंत्री योगी ने राप्ती नदी पर राजघाट और रामघाट पर किए जा रहे सुंदरीकरण को दिसंबर तक पूर्ण करने का निर्देश दिया. उन्होंने तरकुलानी रेगुलेटर के निर्माण कार्य की भी समीक्षा की. सीएम ने कहा कि 15 जून, 2021 से पहले यह रेगुलेटर बना लिया जाए, जिससे किसानों की फसल बाढ़ में न डूबे. उन्होंने पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे शहीद स्मारकों के सुंदरीकरण के कार्यों की भी समीक्षा की और उसे समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए. साथ ही सीएम ने धान खरीद की भी समीक्षा करते हुए कहा कि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिले. किसी भी दशा में न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम में खरीद न हो और क्रय केंद्र हर हाल में संचालित होना चाहिए. स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि कोरोना संक्रमित लोगों के इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए और साथ ही जन जागरूकता के लिए पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम का भी उपयोग किया जाना चाहिए.