गोरखपुर: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को गोरखपुर के एनेक्सी भवन सभागार में गोरखपुर और बस्ती मण्डल के साथ समीक्षा बैठक की. इस बैठक के दौरान सीएम ने आला अधिकारियों को निर्देश भी दिए. निर्देशानुसार प्रतिदिन 500 से एक हजार रैपिड टेस्ट करावाए जाएंगे और स्वच्छता, सैनिटाइजेशन, फॉगिंग आदि का कार्य नियमित रूप से चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर 10 से अधिक लोग भी आ जा रहे हों, वहां भी कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किया जाय. अस्पतालों में बेडों की संख्या को और बढ़ाया जाय. प्रत्येक कोविड केस की जांच हो और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को और बेहतर किया जाय. मास्क का प्रयोग न करने वालों का चालान किया जाए.
उपलब्ध कराया जाय शुद्ध पेयजल
सीएम ने कहा कि कोविड अस्पतालों में साफ-सफाई, समय से भोजन और डाक्टरों के द्वारा नियमित रूप से राउंडकर मरीजों की जांच की जाए. होम आइसोलेशन के नियमों का सख्ती से पालन कराया जाय. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाय तथा पानी उबालकर पीने के लिए भी जागरूक किया जाय. उन्होंने कहा कि हेल्प डेस्क अनिवार्य रूप से बनाया जाय. हेल्पडेस्क पर पल्स ऑक्सीमीटर एवं इन्फरारेट थर्मामीटर की व्यवस्था हो.
डोर टू डोर सर्वे पर बल
मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर वार्ड/ग्राम पंचायतों में नोडल अधिकारी तैनात किया जाय. निगरानी समिति को और एक्टिव करते हुए सर्विलान्स का कार्य और बेहतर किया जाय. उन्होंने डोर टू डोर सर्वे पर बल देते हुए कहा कि इस समय कोविड-19 के दृष्टिगत चुनौतियां बहुत अधिक हैं. इसलिए और सतर्क रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि मेडिकल इंफेक्शन न फैले इसके लिए लगातार आईएमए, नर्सिंगहोम एसोसिएशन एवं प्रशासन एक दूसरे से संवाद करते रहें. नर्सिंगहोम/प्राइवेट अस्पताल कोविड मरीजों को रेफर करने की सूचना कन्ट्रोल रूम को दें.
समीक्षा करने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने जनपदवार कोरोना संक्रमण से बचाव के कार्यों, बेडों की संख्या, डोर टू डोर सर्वे, कोविड हेल्प डेस्क की व्यवस्था, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, खाद्यान्न वितरण की स्थिति, रोजगार उपलब्ध कराने की स्थिति की जानकारी लेते हुए कहा कि खाद्यान्न माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई करते हुए एनएसए लगाया जाय. हर गरीब को खाद्यान्न मिले और खाद्यान्न वितरण नोडल अधिकारी की देख-रेख में किया जाय. उन्होंने लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की समीक्षा के दौरान सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया. जनपद में सेवायोजन विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध और प्रतिदिन उनसे समीक्षा करने का निर्देश दिया है.
उपलब्ध कराया जाय रोजगार
उन्होंने कहा कि उद्योगों को चिन्हित कर लोगों को उनकी क्षमता के अनुसार रोजगार उपलब्ध कराया जाय. मुख्यमंत्री ने आईएमए और नर्सिंगहोम एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा कोविड अस्पताल के संचालन के लिए जो भी सहायता जिला प्रशासन से मांगी जा रही है, उसे उपलब्ध कराने को कहा. उन्होंने संक्रमितों के शव के निस्तारण पर कहा कि कोविड प्रोटोकाल के तहत शव का निस्तारण शीघ्रता से कराया जाय. बीआरडी मेडिकल कॉलेज एवं बस्ती मेडिकल कॉलेज में सुविधाओं को और बढ़ाया जाय.
बैठक में एडीजी दावा शेरपा, मण्डलायुक्त गोरखपुर जयन्त नार्लिकर, मण्डलायुक्त बस्ती अनिल सागर, डीआईजी राजेश डी. मोदक, जिलाधिकारी गोरखपुर के विजयेन्द्र पाण्डियन, सिद्धार्थनगर दीपक मीणा, देवरिया अमित किशोर, महराजगंज डॉ. उज्जवल कुमार, कुशीनगर भुपेन्द्र एस चैधरी, संतकबीरनगर रवीश गुप्ता और जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारीगण एवं आईएमए और नर्सिंगहोम एसोसिएशन के पदाधिकारी उपस्थित रहे.