गोरखपुर: गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनता दरबार लगा. इस दौरान सीएम ने करीब डेढ़ सौ लोगों की फरियाद सुनी. लोगों को भरोसा दिया कि उनकी समस्या का समाधान होगा. किसी के साथ अन्याय नहीं होने पाएगा. मौके पर मौजूद अधिकारियों से कहा कि हर मामले का निपटारा सही तरीके से होना चाहिए. वहीं मुख्यमंत्री का जनता दरबार कार्यक्रम पुलिस महकमे के लिए एक बार फिर दिक्कत भरा रहा. पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने वाले कई मामले सामने आए. जिसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुस्से में नजर आए. वहीं इसको लेकर मुख्यमंत्री ने पुलिस कप्तान को चेतावनी भी दी.
दरअसल, जनता दरबार की शुरुआत में ही दहेज उत्पीड़न का मामला लेकर पहुंची एक महिला ने बेलघाट थानेदार पर आरोप लगाया कि वह अपनी शिकायत लेकर थाने पर गई, तो पुलिस ने उसके पति पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया. यह सुनकर मुख्यमंत्री बिफर पड़े. पास खड़े एसएसपी दिनेश कुमार पी से कहा कि मामले की तत्काल जांच कराएं और अगर आरोप सही पाया जाता है, तो एसओ के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करें.
150 लोगों की सुनी फरियाद
हालांकि बाद में एसएसपी ने बताया कि मामला पारिवारिक विवाद का है. मार्च 2020 में दोनों पक्षों ने एक दूसरे के विरुद्ध दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था. महिला ने अपने देवर, जेठ व ससुर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है और उसकी देवरानी ने महिला के पति पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है. पुलिस के जब कुछ और मामले सामने आए तो मुख्यमंत्री ने एसएसपी से कहा कि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि फरियादी को थाने पर ही उचित न्याय मिल जाए. जनता दर्शन में आने की नौबत न आए. गुरुवार के जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने करीब 150 लोगों की फरियाद सुनी और समस्या समाधान का आश्वासन दिया.
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बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के दो दिवसीय दौरे पर हैं. सीएम योगी ने गुरुवार को नगर निगम परिसर में चलाए जा रहे वैक्सीनेशन अभियान का निरीक्षण किया था. इस दौरान सीएम योगी ने नगर निगम के सफाई कर्मचारियों का हौसला बढ़ाया. उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था. सीएम योगी ने अपने इस दौरे में जंगल कौड़िया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया था.