गोरखपुर : यूपी चुनाव(up election) के मतदान के लिए चंद दिन बचे हैं. 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में सीएम योगी गोरखपुर की सदर सीट से ताल ठोंकने जा रहे हैं. गोरखपुर की धरती पर सीएम योगी के चुनाव लड़ने पर लोगों में खासा उत्साह है. वहीं सदर विधानसभा क्षेत्र का मानबेला पीरु शहीद एक ऐसा टोला है, जहां पर रहने वाले लोग मौजूदा सरकार से खासा नाराज हैं.
मानबेला पीरु शहीद टोले में सैंकड़ों दलित वर्ग के लोग रहते हैं. इन लोगों की नाराजगी के पीछे गोरखपुर विकास प्राधिकरण(GDA) मूल कारण है. जीडीए के मामले में सीएम योगी का हस्तक्षेप न होने से स्थानीय लोगों की नाराजगी और बढ़ गई है. दरअसल, जीडीए ने आवास योजना के तहत मानबेला पीरु शहीद टोले के लोगों की जमीनों का अधिग्रहण किया था. जीडीए द्वारा अधिग्रहित जमीनों को लगभग 20 से 22 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन अभी तक यहां के किसानों को उनकी जमीनों का मुआवजा नहीं मिला है. यहां के निवासी खुद की जमीन जीडीए को देकर भूमिहीन हो गए हैं.
ईटीवी भारत की टीम अपने चुनावी कवरेज के दौरान जब मानबेला पीरु शहीद टोला पहुंची, तो यहां के लोग अपनी समस्याएं बताने के लिए इकट्ठा हो गए. बातचीत के दौरान स्थानीय लोगों ने अपनी नाराजगी सीएम से दिखाई. लोगों का कहना है कि जब सीएम योगी सांसद हुआ करते थे, तो उन्होंने ग्रामीणों की समस्या उठाई थी.
मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम योगी ने इन लोगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया. लोगों का कहना है कि जीडीए के अधिकारी उनकी समस्याओं को सीएम तक पहुंचने नहीं देते हैं. ग्रामीण जब अपनी पीड़ा सीएम योगी तक पहुंचाने की कोशिश करते हैं, तो सीएम के आस-पास मौजूद लोग उनका आवेदन फाड़कर फेंक देते हैं.
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