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मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री

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Published : Sep 5, 2021, 9:47 AM IST

Updated : Sep 5, 2021, 10:18 AM IST

उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर निकले सीएम योगी शनिवार को गोरखपुर पहुंचे. यहां उन्होंने पीड़ितों का हाल जाना. उन्हें राहत सामग्री प्रदान की. इस दौरान उन्होंने झंगहा, खजनी, सहजनवा और लालडिग्गी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों से मुलाकात व उनमें राहत सामग्री वितरित की.

मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री
मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री

गोरखपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को गोरखपुर पहुंचे. यहां उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. साथ ही बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों में राहत सामग्री भी वितरित की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सरकार और प्रशासन युद्धस्तर पर बचाव एवं राहत कार्य में लगा है. बाढ़ से प्रभावित कोई भी व्यक्ति न तो भूखा सोएगा और न ही कोई बेघर रहेगा.

इस संबंध में प्रशासनिक स्तर पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित कराई जा रही है. कहा कि न केवल बाढ़ बल्कि इसके बाद भी नागरिकों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए कार्ययोजना बना ली गई है. सीएम ने कहा कि प्रदेश के हर एक नागरिक का जीवन हमारे लिए अमूल्य है. कहा कि आश्वस्त रहिए, आपदा के इस समय सरकार सरकार पूरी तत्परता व प्रतिबद्धता के साथ आपके साथ खड़ी रहेगी.

मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री
मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री

बता दें कि शुक्रवार से पूर्वी उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर निकले सीएम योगी शनिवार को गोरखपुर पहुंचे. यहां उन्होंने पीड़ितों का हाल जाना. उन्हें राहत सामग्री प्रदान की. इस दौरान उन्होंने झंगहा, खजनी, सहजनवा और लालडिग्गी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों से मुलाकात व उनमें राहत सामग्री वितरित की.

इस दौरान योगी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल में भारी बारिश से पूर्वांचल के करीब 15 जिले बाढ़ प्रभावित हैं. गोरखपुर में करीब 304 गांवों की 2.26 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है. यहां 405 नाव और 50 स्टीमर लगाए गए हैं. बाढ़ चौकियों व कंट्रोल रूम के जरिये बाढ़ पर नियंत्रण के प्रयास किए जा रहे हैं. कहा कि राप्ती खतरे के निशान से ढाई से तीन मीटर ऊपर बह रही.

पिछले 50 सालों में नदियों का जलस्तर बढ़ने से इतनी खतरनाक स्थिति कभी नहीं सामने आई. उन्होंने कहा कि हमने 1991 व 1998 की स्थिति को भी देखा है. बाढ़ की आशंका को देखते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पीएसी की फ्लड यूनिट को पहले से ही सक्रिय कर दिया गया था.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन घरों में बाढ़ या बारिश का पानी घुसा है, उन परिवारों के भोजन के लिए कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था की जा रही है. पशुओं का भी सरकार को खयाल है.

बताया कि बाढ़ पीड़ितों को दी जा रही राशन किट में 10-10 किलो चावल और आलू के अलावा 2 किलो अरहर दाल, रिफाइंड तेल, नमक, हल्दी, मिर्च, मसाले के पैकेट, लाई, चना, गुड़, मोमबत्ती, माचिस आदि के साथ ही छाता व बरसाती भी दी जा रही है. तीन दिन के भीतर सभी पीड़ितों तक राहत सामग्री पहुंचा दी जाएगी.

इसके अलावा प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में एंटी रेबीज वैक्सिन व एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध रहे. ऐसे क्षेत्रों में ओआरएस के पैकेट बांटने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि लोगों को दस्त आदि होने पर डिहाइड्रेशन से बचाया जा सके. साथ ही पेयजल को शुद्ध रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग को क्लोरीन टैबलेट बांटने को कहा गया है.

मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री
मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री

यह भी पढ़ें : गोरखपुर में नदी में नाव पलटने से एक महिला व बच्चे की मौत

कहा कि आपदा में किसी की मृत्यु होने पर संबंधित के परिवार को चार लाख रुपये तत्काल आर्थिक सहायता देने का निर्देश भी प्रशासन को दिया गया है. सांप या अन्य हिंसक-जहरीले जानवर के हमले में मृत्यु होने पर भी यह मदद दी जाएगी. बाढ़ के चलते किसी किसान या बटाईदार की मृत्यु पर उसे तत्काल मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना के तहत पांच लाख रुपये की बीमा से आच्छादित करने का निर्देश प्रशासन को दिया गया है.

इसी तरह यदि किसी व्यक्ति के पालतू पशु (गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी आदि) की बाढ़ के चलते मृत्यु हो जाती है तो उसके लिए भी सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता मिलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के चलते जिनके मकान क्षतिग्रस्त हो गए, उनके लिए भी सरकार 95 हजार तक अनुमन्य धनराशि देगी.

यदि किसी का मकान कटान के चलते नदी में विलीन हो गया तो सरकार आवास के लिए भूमि का पट्टा व सीएम आवास योजना से आवास की भी व्यवस्था करेगी. जब तक आवास की व्यवस्था नहीं होती, तब तक ऐसे लोगों को सरकार की तरफ से संचालित शरणालयों में जगह दी जाएगी. सीएम ने कहा कि किसी भी सूरत में किसी को बेघर नहीं रहने देंगे.

सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों के बर्बाद फसलों की क्षतिपूर्ति का भी आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि जिन किसानों की फसलें बाढ़ के पानी में डूब गई हैं, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा. इसके लिए अभी से सर्वेक्षण भी शुरू करा दिया गया है. ऐसी व्यवस्था बनाई गई है कि सभी प्रभावित किसानों को समय से फसल मुआवजा मिल जाए.

मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री

चौरीचौरा विस क्षेत्र में 18 करोड़ के बाढ़ बचाव कार्य

चौरीचौरा तहसील के झंगहा स्थित आदित्य पब्लिक स्कूल में बाढ़ राहत सामग्री वितरित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ बचाव को लेकर सरकार ने पहले से तैयारी कर रखी थी. यह आपदा है और आपदा में कितने भी संसाधन या उपाय हों, कम पड़ जाते हैं. बाढ़ से बचाव के लिए अकेले चौरीचौरा विधानसभा क्षेत्र में 18 करोड़ रुपये की परियोजनाएं दी गईं जो पूर्ण या पूर्णता की ओर हैं.

सदर तहसील के बाल विहार लाल डिग्गी में मौजूद 250 लोगों में से 10 लोगों को मुख्यमंत्री ने स्वयं बाढ़ आपदा प्रभावित व्यक्तियों एवं महिलाओं को राहत सामग्री मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों बांटा गया. अन्य लोगों को जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत सामग्री बांटा गया. इस दौरान महापौर सीताराम जयसवाल विधायक विपिन कुमार सिंह महानगर अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता डॉ. धर्मेंद्र सिंह अलग-अलग स्थानों पर वरिष्ठ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया.

एडीजी अखिल कुमार, डीआईजी जे. रविन्द्र गौड़, मंडलायुक्त रवि कुमार, एनजी जिलाधिकारी विजय किरन आनंद, एसएसपी विपिन ताडा, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर कुलदीप मीना, सदर तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारीगण मौजूद रहे.

महराजगंज में बाढ़ पीड़ितों से मिले सीएम योगी, अफसरों को बिना भेदभाव सबकी मदद का दिया निर्देश

महराजगंज: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को महराजगंज में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. इस दौरान जीएस नेशनल पब्लिक स्कूल कालीनगर शाहाबाद तहसील फरेंदा में आयोजित कार्यक्रम में बाढ़ प्रभावित 500 पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण किया. बताया कि महराजगंज में 112 ग्रामपंचायतों में बाढ़ का असर है. मुख्यमंत्री ने आला अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ के समय या बाद में स्वास्थ्य विभाग हर तरह से लोगों की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएं. जिला प्रशासन 3 दिन के अंदर उनका हर तरह की मदद करेगा.

गोरखपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को गोरखपुर पहुंचे. यहां उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. साथ ही बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों में राहत सामग्री भी वितरित की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सरकार और प्रशासन युद्धस्तर पर बचाव एवं राहत कार्य में लगा है. बाढ़ से प्रभावित कोई भी व्यक्ति न तो भूखा सोएगा और न ही कोई बेघर रहेगा.

इस संबंध में प्रशासनिक स्तर पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित कराई जा रही है. कहा कि न केवल बाढ़ बल्कि इसके बाद भी नागरिकों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए कार्ययोजना बना ली गई है. सीएम ने कहा कि प्रदेश के हर एक नागरिक का जीवन हमारे लिए अमूल्य है. कहा कि आश्वस्त रहिए, आपदा के इस समय सरकार सरकार पूरी तत्परता व प्रतिबद्धता के साथ आपके साथ खड़ी रहेगी.

मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री
मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री

बता दें कि शुक्रवार से पूर्वी उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर निकले सीएम योगी शनिवार को गोरखपुर पहुंचे. यहां उन्होंने पीड़ितों का हाल जाना. उन्हें राहत सामग्री प्रदान की. इस दौरान उन्होंने झंगहा, खजनी, सहजनवा और लालडिग्गी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों से मुलाकात व उनमें राहत सामग्री वितरित की.

इस दौरान योगी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल में भारी बारिश से पूर्वांचल के करीब 15 जिले बाढ़ प्रभावित हैं. गोरखपुर में करीब 304 गांवों की 2.26 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है. यहां 405 नाव और 50 स्टीमर लगाए गए हैं. बाढ़ चौकियों व कंट्रोल रूम के जरिये बाढ़ पर नियंत्रण के प्रयास किए जा रहे हैं. कहा कि राप्ती खतरे के निशान से ढाई से तीन मीटर ऊपर बह रही.

पिछले 50 सालों में नदियों का जलस्तर बढ़ने से इतनी खतरनाक स्थिति कभी नहीं सामने आई. उन्होंने कहा कि हमने 1991 व 1998 की स्थिति को भी देखा है. बाढ़ की आशंका को देखते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पीएसी की फ्लड यूनिट को पहले से ही सक्रिय कर दिया गया था.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन घरों में बाढ़ या बारिश का पानी घुसा है, उन परिवारों के भोजन के लिए कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था की जा रही है. पशुओं का भी सरकार को खयाल है.

बताया कि बाढ़ पीड़ितों को दी जा रही राशन किट में 10-10 किलो चावल और आलू के अलावा 2 किलो अरहर दाल, रिफाइंड तेल, नमक, हल्दी, मिर्च, मसाले के पैकेट, लाई, चना, गुड़, मोमबत्ती, माचिस आदि के साथ ही छाता व बरसाती भी दी जा रही है. तीन दिन के भीतर सभी पीड़ितों तक राहत सामग्री पहुंचा दी जाएगी.

इसके अलावा प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में एंटी रेबीज वैक्सिन व एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध रहे. ऐसे क्षेत्रों में ओआरएस के पैकेट बांटने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि लोगों को दस्त आदि होने पर डिहाइड्रेशन से बचाया जा सके. साथ ही पेयजल को शुद्ध रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग को क्लोरीन टैबलेट बांटने को कहा गया है.

मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री
मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री

यह भी पढ़ें : गोरखपुर में नदी में नाव पलटने से एक महिला व बच्चे की मौत

कहा कि आपदा में किसी की मृत्यु होने पर संबंधित के परिवार को चार लाख रुपये तत्काल आर्थिक सहायता देने का निर्देश भी प्रशासन को दिया गया है. सांप या अन्य हिंसक-जहरीले जानवर के हमले में मृत्यु होने पर भी यह मदद दी जाएगी. बाढ़ के चलते किसी किसान या बटाईदार की मृत्यु पर उसे तत्काल मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना के तहत पांच लाख रुपये की बीमा से आच्छादित करने का निर्देश प्रशासन को दिया गया है.

इसी तरह यदि किसी व्यक्ति के पालतू पशु (गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी आदि) की बाढ़ के चलते मृत्यु हो जाती है तो उसके लिए भी सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता मिलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के चलते जिनके मकान क्षतिग्रस्त हो गए, उनके लिए भी सरकार 95 हजार तक अनुमन्य धनराशि देगी.

यदि किसी का मकान कटान के चलते नदी में विलीन हो गया तो सरकार आवास के लिए भूमि का पट्टा व सीएम आवास योजना से आवास की भी व्यवस्था करेगी. जब तक आवास की व्यवस्था नहीं होती, तब तक ऐसे लोगों को सरकार की तरफ से संचालित शरणालयों में जगह दी जाएगी. सीएम ने कहा कि किसी भी सूरत में किसी को बेघर नहीं रहने देंगे.

सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों के बर्बाद फसलों की क्षतिपूर्ति का भी आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि जिन किसानों की फसलें बाढ़ के पानी में डूब गई हैं, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा. इसके लिए अभी से सर्वेक्षण भी शुरू करा दिया गया है. ऐसी व्यवस्था बनाई गई है कि सभी प्रभावित किसानों को समय से फसल मुआवजा मिल जाए.

मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, न कोई भूखा रहेगा न बेघर; पीड़ितों में सीएम ने बांटी राहत सामग्री

चौरीचौरा विस क्षेत्र में 18 करोड़ के बाढ़ बचाव कार्य

चौरीचौरा तहसील के झंगहा स्थित आदित्य पब्लिक स्कूल में बाढ़ राहत सामग्री वितरित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ बचाव को लेकर सरकार ने पहले से तैयारी कर रखी थी. यह आपदा है और आपदा में कितने भी संसाधन या उपाय हों, कम पड़ जाते हैं. बाढ़ से बचाव के लिए अकेले चौरीचौरा विधानसभा क्षेत्र में 18 करोड़ रुपये की परियोजनाएं दी गईं जो पूर्ण या पूर्णता की ओर हैं.

सदर तहसील के बाल विहार लाल डिग्गी में मौजूद 250 लोगों में से 10 लोगों को मुख्यमंत्री ने स्वयं बाढ़ आपदा प्रभावित व्यक्तियों एवं महिलाओं को राहत सामग्री मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों बांटा गया. अन्य लोगों को जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत सामग्री बांटा गया. इस दौरान महापौर सीताराम जयसवाल विधायक विपिन कुमार सिंह महानगर अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता डॉ. धर्मेंद्र सिंह अलग-अलग स्थानों पर वरिष्ठ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया.

एडीजी अखिल कुमार, डीआईजी जे. रविन्द्र गौड़, मंडलायुक्त रवि कुमार, एनजी जिलाधिकारी विजय किरन आनंद, एसएसपी विपिन ताडा, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर कुलदीप मीना, सदर तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारीगण मौजूद रहे.

महराजगंज में बाढ़ पीड़ितों से मिले सीएम योगी, अफसरों को बिना भेदभाव सबकी मदद का दिया निर्देश

महराजगंज: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को महराजगंज में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. इस दौरान जीएस नेशनल पब्लिक स्कूल कालीनगर शाहाबाद तहसील फरेंदा में आयोजित कार्यक्रम में बाढ़ प्रभावित 500 पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण किया. बताया कि महराजगंज में 112 ग्रामपंचायतों में बाढ़ का असर है. मुख्यमंत्री ने आला अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ के समय या बाद में स्वास्थ्य विभाग हर तरह से लोगों की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएं. जिला प्रशासन 3 दिन के अंदर उनका हर तरह की मदद करेगा.

Last Updated : Sep 5, 2021, 10:18 AM IST
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