ETV Bharat / state

गोरखपुर में चौरी चौरा शहीद स्मारक का संग्रहालय बंद, मायूस लौटे पर्यटक

author img

By

Published : Feb 23, 2021, 5:01 PM IST

Updated : Feb 23, 2021, 5:54 PM IST

गोरखपुर जिले के चौरी चौरा स्थित शहीद स्मारक संग्रहालय पिछले चार दिनों से बंद पड़ा है. इसके कारण संग्रहालय घूमने आए पर्यटकों को मायूसी हाथ लग रही है.

शहीद स्मारक बंद होने से मायूस होकर लौटे पर्यटक.
शहीद स्मारक बंद होने से मायूस होकर लौटे पर्यटक.

गोरखपुर: जिले के चौरी चौरा स्थित शहीद स्मारक का संग्रहालय में 4 फरवरी 1922 के जन आंदोलनकारियों की मूर्तियां लगी हैं. इसे बंद कर दिया गया है. इससे यहां आए हजारों पर्यटकों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है. 4 फरवरी 1922 के जनांदोलन के शताब्दी वर्ष का शुभारंभ 4 फरवरी से हो चुका है. इसके बाद से रोजाना हजारों की संख्या में लोग चौरी चौरा शहीद स्मारक पहुंच रहे हैं. यहां लगभग 100 वर्ष पहले क्या हुआ था, इसके बारे में जानकारी लेने के लिए भी लोग आ रहे है.

शहीद स्मारक बंद होने से मायूस होकर लौटे पर्यटक.
पिछले दिनों हुई थी चोरी पिछले दिनों शहीद स्मारक घूमने आए तीन छात्रों ने शहीद संग्रहालय में लगी मूर्तियों से चंदन की दो मालाओं को चुरा लिया था. इसके बाद शहीद स्मारक में तैनात पुलिसकर्मियों ने तलाशी लेकर छात्रों के पास से चंदन की माला बरामद कर ली थी. बाद में पुलिस ने शहीद स्मारक के चौकीदार लाल बाबू की तहरीर के आधार पर आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. 19 फरवरी को शहीद स्मारक से माला चोरी होने की सूचना के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया था. एसडीएम पवन कुमार ने शहीद स्मारक का निरीक्षण कर शहीद संग्रहालय में लगे मूर्ति वाले कमरे को अगले आदेश तक के लिए बंद करा दिया था. तब से शहीद स्मारक का संग्रहालय बंद है.

पर्यटक हो रहे निराश
चौरी चौरा शहीद स्मारक घूमने आने वाले पर्यटक चौरी चौरा शहीद स्मारक देखने के बाद लोग अमर शहीद जन आंदोलनकरियों की मूर्तियां देखने जाते हैं तो संग्रहालय को बंद देखकर मायूस लौट जाते हैं. स्थानीय निवासी दीपचंद गुप्ता ने बताया कि किताबों में चौरी चौरा के बारे में पढ़ा था. आज घूमने आया हूं. यहां के बलिदानियों की मूर्तियों वाले संग्रहालय को नहीं देख पाया. इसका थोड़ा मलाल रहेगा.

गोरखपुर: जिले के चौरी चौरा स्थित शहीद स्मारक का संग्रहालय में 4 फरवरी 1922 के जन आंदोलनकारियों की मूर्तियां लगी हैं. इसे बंद कर दिया गया है. इससे यहां आए हजारों पर्यटकों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है. 4 फरवरी 1922 के जनांदोलन के शताब्दी वर्ष का शुभारंभ 4 फरवरी से हो चुका है. इसके बाद से रोजाना हजारों की संख्या में लोग चौरी चौरा शहीद स्मारक पहुंच रहे हैं. यहां लगभग 100 वर्ष पहले क्या हुआ था, इसके बारे में जानकारी लेने के लिए भी लोग आ रहे है.

शहीद स्मारक बंद होने से मायूस होकर लौटे पर्यटक.
पिछले दिनों हुई थी चोरी पिछले दिनों शहीद स्मारक घूमने आए तीन छात्रों ने शहीद संग्रहालय में लगी मूर्तियों से चंदन की दो मालाओं को चुरा लिया था. इसके बाद शहीद स्मारक में तैनात पुलिसकर्मियों ने तलाशी लेकर छात्रों के पास से चंदन की माला बरामद कर ली थी. बाद में पुलिस ने शहीद स्मारक के चौकीदार लाल बाबू की तहरीर के आधार पर आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. 19 फरवरी को शहीद स्मारक से माला चोरी होने की सूचना के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया था. एसडीएम पवन कुमार ने शहीद स्मारक का निरीक्षण कर शहीद संग्रहालय में लगे मूर्ति वाले कमरे को अगले आदेश तक के लिए बंद करा दिया था. तब से शहीद स्मारक का संग्रहालय बंद है.

पर्यटक हो रहे निराश
चौरी चौरा शहीद स्मारक घूमने आने वाले पर्यटक चौरी चौरा शहीद स्मारक देखने के बाद लोग अमर शहीद जन आंदोलनकरियों की मूर्तियां देखने जाते हैं तो संग्रहालय को बंद देखकर मायूस लौट जाते हैं. स्थानीय निवासी दीपचंद गुप्ता ने बताया कि किताबों में चौरी चौरा के बारे में पढ़ा था. आज घूमने आया हूं. यहां के बलिदानियों की मूर्तियों वाले संग्रहालय को नहीं देख पाया. इसका थोड़ा मलाल रहेगा.

Last Updated : Feb 23, 2021, 5:54 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.