गोरखपुरः जब-जब मौनसून मेहरबान होता है, तब-तब गोरखपुर के कछार क्षेत्र में बाढ़ आती है. बाढ़ से इलाके में रहने वाले लाखों लोगों की जिंदगी पटरी से उतर जाती है. इस मुसीबत में परेशानी उस समय और बढ़ जाती है, जब इलाके से बाहर जाने के अधिकतर रास्ते बंद हो जाते हैं. नाव के सहारे देवरिया और वाराणसी तो दूर गोरखपुर मुख्यालय पहुंचना भी टेढ़ी खीर होती है. मगर इस साल 2020 से ऐसा नहीं होगा, क्योंकि सीएम योगी की पहल के बाद राप्ती नदी बनाया जा रहा चंदा घाट पुल का निर्माण अंतिम चरण में है. स्थानीय विधायक विपिन सिंह का दावा है कि मई में इस पुल पर वाहन दौड़ने लगेंगे. गोरखपुर के डीएम के.विजेंद्र पांडियन ने भी अगले दो महीने यानी मई 2021 में निर्माण कार्य कंप्लीट होने का भरोसा दिया है.
2017 में योगी आदित्यनाथ ने किया था शिलान्यास
गोरखपुर के कछार क्षेत्र में रहने वाले लोग दशकों से बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं. कछार के कई इलाकों में आज भी लोग नावों के सहारे ही आवागमन करते हैं. इलाके के लोग आजादी के बाद से ही राप्ती पर पुल बनाने की मांग करते रहे ताकि उन्हें जिला मुख्यालय समेत आस-पड़ोस के जिलों तक सुगम रास्ता मिल सके. कई सरकारें आईं और गईं. मगर जब योगी आदित्यनाथ की सरकार आई तो लोगों की आस जगी . 16 अक्टूबर 2017 को योगी आदित्यनाथ ने राप्ती नदी पर चंदा घाट पुल की नींव रख दी. 35 करोड़ 26 लाख की लागत से बनने वाले 360 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण अंतिम चरण में है. लॉकडाउन के दौरान चंदा घाट पुल के निर्माण की गति थोड़ी धीमी हुई मगर राज्य सेतु निगम ने तेजी से इस प्रोजेक्ट पर काम किया. नतीजतन अब डीएम भी मई में पुल के उद्घाटन का भरोसा दे रहे हैं.
![सीएम योगी आदित्यनाथ.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-gkp-02-construction-of-chanda-ghat-bridge-mqde-the-way-of-life-easier-for-people-pkg-7201177_05042021120949_0504f_1617604789_492.jpg)
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गोरखपुर तो क्या, आसानी से पहुंचेंगे देवरिया और वाराणसी
चंदा घाट पुल गोरखपुर से करीब 20 किलोमीटर दूर झंगहा थाना क्षेत्र में राप्ती नदी पर बनाया गया है. इस पुल के बनने से इलाके के लोग वाराणसी, देवरिया और गोरखपुर शहर भी आसानी से पहुंच जाएंगे. चंदा घाट से गोरखपुर- वाराणसी मुख्य मार्ग की दूरी मात्र 5 किलोमीटर और देवरिया मुख्य मार्ग की दूरी 10 किलोमीटर रह जाएगी. स्थानीय लोग भी पुल बनने से खुश हैं. यहां रहने वाली गुलाबो देवी और सुनील सिंह पुल बनवाने का श्रेय सीएम आदित्यनाथ को देते हैं.
![राप्ती नदी पर बन रहा चंदा घाट पुल.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-gkp-02-construction-of-chanda-ghat-bridge-mqde-the-way-of-life-easier-for-people-pkg-7201177_05042021120949_0504f_1617604789_131.jpg)
चंदाघाट पुल को जोड़ने वाली सड़क की चौड़ाई भी बढ़ाई जाएगी
चंदा घाट पुल को जोड़ने वाले एप्रोच मार्ग को भी 7 मीटर से ऊपर चौड़ा बनाया जाएगा ताकि बड़े वाहन भी आना-जाना आसानी से संभव हो सके. यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि वाराणसी और देवरिया की कनेक्टिविटी होने की वजह से चंदा घाट पुल पर भीड़ भी बढ़ेगी, इसलिए इसके अप्रोच रोड को जोड़ने वाली सड़क को भी 20 फीट तक चौड़ा किया जाएगा. अगर विधायक विपिन सिंह के दावों की मानें तो मई में पुल पर गाड़ियां दौड़ने लगेगी और कछार के लोग चैन की सांस लेंगे.
![राप्ती नदी पर बन रहा चंदा घाट पुल.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-gkp-02-construction-of-chanda-ghat-bridge-mqde-the-way-of-life-easier-for-people-pkg-7201177_05042021120949_0504f_1617604789_190.jpg)
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मई से दौड़ने लगेंगे चंदा घाट पुल पर वाहन, कछार वालों को राहत
गोरखपुर. जब-जब मौनसून मेहरबान होता है, तब-तब गोरखपुर के कछार क्षेत्र में बाढ़ आती है. बाढ़ से इलाके में रहने वाले लाखों लोगों की जिंदगी पटरी से उतर जाती है. इस मुसीबत में परेशानी उस समय और बढ़ जाती है, जब इलाके से बाहर जाने के अधिकतर रास्ते बंद हो जाते हैं. नाव के सहारे देवरिया और वाराणसी तो दूर गोरखपुर मुख्यालय पहुंचना भी टेढ़ी खीर होती है. मगर इस साल 2020 से ऐसा नहीं होगा, क्योंकि सीएम योगी की पहल के बाद राप्ती नदी बनाया जा रहा चंदा घाट पुल का निर्माण अंतिम चरण में है. स्थानीय विधायक विपिन सिंह का दावा है कि मई में इस पुल पर वाहन दौड़ने लगेंगे. गोरखपुर के डीएम के.विजेंद्र पांडियन ने भी अगले दो महीने यानी मई 2021 में निर्माण कार्य कंप्लीट होने का भरोसा दिया है.