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ठंडक में भगवान भरोसे मवेशी, चौरी-चौरा में दम तोड़ रहे जानवर

ठंडक में मवेशी भगवान भरोसे ही हैं. सरकार मवेशियों की देखभाल, खान पान और सुरक्षा के दावे तो बहुत करती है मगर गोरखपुर के चौरी चौरा के विष्महरपुर, झंगहा, दिहघाट, मिठाबेल और जमरु में मवेशियों का हाल देख सरकारी दावों की पोल खुलती नजर आ रही है.

ठंडक में भगवान भरोसे मवेशी
ठंडक में भगवान भरोसे मवेशी
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Published : Dec 4, 2021, 12:48 PM IST

गोरखपुर: गोरखपुर के चौरी चौरा में मवेशियों की देखभाल ठीक ढंग से नहीं हो पा रही है. ठंडक का समय आ गया है. मवेशी खाने में एक-एक कर कई मवेशियों की मौत हो रही है. शुक्रवार की रात में भी एक मावेशी की मौत हो गई. जिम्मेदार विभाग अनजान बना हुआ है. गौ पालक दूसरे मवेशियों के रख रखाव में व्यस्त हैं. वहीं दूसरी तरफ एक कोने में मरे हुए मवेशी को भूसे से ढक दिया गया है.




चौरी चौरा तहसील क्षेत्र में विष्महरपुर, झंगहा, दिहघाट, मिठाबेल और जमरु में मवेशियों को रखने की व्यवस्था की गई है. सभी जगहों पर मवेशियों के रख रखाव करने के लिए जिम्मेदार विभाग के अलावा मौके पर स्थानीय लोगों को जिम्मेदारी दी गई है. सूत्रों का कहना है कि विभाग के लोग केवल खाना पूर्ति के लिए निरीक्षण करते हैं. सूखे भूसे में थोड़ा-थोड़ा चोकर डाला जाता है.

यह भी पढ़ें- एमपी शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह का शुभारंभ, CM योगी और मंत्री अनुराग ठाकुर ने किया उद्धघाटन

मरे हुए मवेशियों को दफना कर उसकी जगह पर बाहर से छुट्टा पशुओं को लाकर आंकड़ा पूरा कर लिया जाता है. जब जिम्मेदार आते हैं तो पशुओं का आंकड़ा बराबर रहता है. झंगहा थाना के सामने बने मवेशी खाने में सूखा भूसा ही पशुओं को दिया जा रहा है. यहां पर दो लोगों को इनकी देखभाल के लिए लगाया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ महीनों में कई मवेशियों की मौत हो चुकी है. लेकिन जिम्मेदार बेखबर हैं. शुक्रवार रात से एक मावेशी उसी में मर कर पड़ा है. जिम्मेदार बेखबर हैं. वहीं जब एसडीएम अनुपम मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने कहा है जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.

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गोरखपुर: गोरखपुर के चौरी चौरा में मवेशियों की देखभाल ठीक ढंग से नहीं हो पा रही है. ठंडक का समय आ गया है. मवेशी खाने में एक-एक कर कई मवेशियों की मौत हो रही है. शुक्रवार की रात में भी एक मावेशी की मौत हो गई. जिम्मेदार विभाग अनजान बना हुआ है. गौ पालक दूसरे मवेशियों के रख रखाव में व्यस्त हैं. वहीं दूसरी तरफ एक कोने में मरे हुए मवेशी को भूसे से ढक दिया गया है.




चौरी चौरा तहसील क्षेत्र में विष्महरपुर, झंगहा, दिहघाट, मिठाबेल और जमरु में मवेशियों को रखने की व्यवस्था की गई है. सभी जगहों पर मवेशियों के रख रखाव करने के लिए जिम्मेदार विभाग के अलावा मौके पर स्थानीय लोगों को जिम्मेदारी दी गई है. सूत्रों का कहना है कि विभाग के लोग केवल खाना पूर्ति के लिए निरीक्षण करते हैं. सूखे भूसे में थोड़ा-थोड़ा चोकर डाला जाता है.

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मरे हुए मवेशियों को दफना कर उसकी जगह पर बाहर से छुट्टा पशुओं को लाकर आंकड़ा पूरा कर लिया जाता है. जब जिम्मेदार आते हैं तो पशुओं का आंकड़ा बराबर रहता है. झंगहा थाना के सामने बने मवेशी खाने में सूखा भूसा ही पशुओं को दिया जा रहा है. यहां पर दो लोगों को इनकी देखभाल के लिए लगाया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ महीनों में कई मवेशियों की मौत हो चुकी है. लेकिन जिम्मेदार बेखबर हैं. शुक्रवार रात से एक मावेशी उसी में मर कर पड़ा है. जिम्मेदार बेखबर हैं. वहीं जब एसडीएम अनुपम मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने कहा है जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.

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