गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ओएसडी (विशेष कार्याधिकारी माननीय उत्तर प्रदेश सरकार) उमेश सिंह उर्फ बल्लू राय निवासी सिरसियां थाना पिपराइच पर पूर्व चेयरमैन अनुपमा आर्या के पति मुरारी लाल गुप्ता (अधिवक्ता) द्वारा फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर सरकार की छवि खराब किए जाने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया.
ओएसडीब्लू राय ने रविवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के मोबाइल पर शिकायती पत्र भेज कर जांच कर कार्रवाई की मांग की है. सोमवार की सुबह 3 बजे एसएसपी गोरखपुर ने पिपराइच के प्रभारी थानाध्यक्ष को मोबाइल पर मैसेज भेज कर मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया. जिसपर कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज किया गया.
नगर पंचायत पिपराइच की पूर्व चेयरमैन अनुपमा आर्या के पति मुरारी लाल गुप्ता कुछ दिन तक मोदी योगी मिशन 2022 का कार्यकर्ता लिख कर लोगों पर सैकड़ों टिप्पणी करते रहे. उनके फेसबुक एकाउंट पर मोदी व योगी दोनों का फोटो है. इधर कुछ दिनों से श्रीराम सेना नाम से राष्ट्रीय संगठन फेस बुक पर खड़ा कर लिये है. दावा है कि यह संस्था शारदा शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध है. जो पंजीकृत है.
कुछ दिन पहले तत्कालीन थानाध्यक्ष सुधीर सिंह ने थाना परिसर में रहने वाली अनुसूचित जाति के महिला के तहरीर पर एससी-एसटी का केस दर्ज किया था. थानेदार का स्थानांतरण हो गया. जब पूर्व चेयरमैन पति मुकदमे की जानकारी हुई. इसके बाद से ही मुरारी लाल फेसबुक पर उस थानेदार व बल्लू राय के द्वारा संरक्षण का आरोप फेसबुक पर कई महिने से लगाते रहे.
ओएसडी बल्लू राय ने शुरू में इसे नजरअंदाज करते रहे. इधर फिर अन्य आपत्तिजनक टिप्पणी लिखना शुरू कर दिया. कभी चेयरमैन, सभासद पर भ्रष्टाचार तो कभी दारोगा, पुलिस व पत्रकार पर तो कभी थानेदार पर टिप्पणी करना आदत बन गया है. इतना ही नहीं दाल व गेहूं की दाम में उछाल रोके मोदी योगी सरकार की संयुक्त जिम्मेदारी है. आगामी निकाय चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन करने की बात भी लिखी और कहा कि गठबंधन नहीं हुआ तो क्या श्रीराम सेना से चुनाव लड़ने वाले तैयार रहे.
गौरतलब है कि पूर्व चेयरमैन पति मुरारी लाल गुप्ता के आवास पर योगी आदित्यनाथ जब गोरक्षपीठ के उतराधिकारी वर्ष 1992- 93 उनके आवास पर आये थे और शारदा शिक्षा संस्थान का उद्घाटन भी किया था. वह विद्यालय कुछ ही दिन बाद बंद हो गया. मुरारीलाल की पत्नी बीजेपी के टिकट पर 1995 में नगर पंचायत की चेयरमैन हुई थी. अविश्वास होने के कारण उन्हें पद से हटना पड़ा था.
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