गोरखपुरः जिले की बेटी प्रोफेसर मीनाक्षी नारायण (Professor Meenakshi Narayan) का एक जनवरी की रात अमेरिका के बोस्टन शहर में निधन हो गया. नेशनल एजुकेशनल सोसाइटी के पूर्व अध्यक्ष, महात्मा गांधी पीजी कॉलेज के पूर्व प्रबंधक, शहर के अति विशिष्ट अधिवक्ता एवं प्रमुख समाजसेवी, स्वर्गीय प्रेम नारायण श्रीवास्तव की बड़ी बेटी मीनाक्षी की प्रारंभिक शिक्षा कार्मल स्कूल में हुई. इसके बाद एडी कन्या इंटर कॉलेज से उन्होंने इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की.
प्रोफेसर मीनाक्षी नारायण का जन्म 9 मई 1963 को गोरखपुर में हुआ था. उन्होंने स्नातक की शिक्षा गोरखपुर विश्वविद्यालय में विज्ञान संकाय से पूरा किया था. इसके बाद स्नातकोत्तर की पढ़ाई कानपुर आईआईटी से एमएससी की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद वह रिसर्च के लिए अमेरिका चली गई. पीएचडी पूरी करने के बाद उन्होंने यूएसए में ही अध्यापन का कार्य प्रारंभ किया. वह दुनिया के गिने-चुने भौतिक शास्त्री में एक थी. निधन के दिन तक वह ब्राउन यूनिवर्सिटी के फिजिक्स विभाग की चेयरमैन थी. "जीवन के रहस्य को एवं ब्रह्मांड की उत्पत्ति का जो शोध जिनेवा स्विट्जरलैंड में भूमि के नीचे चल रहा था. उसके साथ वह जुड़ी हुई थीं". इसके साथ वह उसकी निदेशक भी रही. अमेरिका के 10 प्रमुख भौतिक शास्त्र वैज्ञानिकों में वह शामिल थी. वह 2020 से कैंसर से पीड़ित थी. परंतु अपने जिजीविषा एवं साहस से उन्होंने इस रोग का मुकाबला किया. परंतु एक जनवरी 2023 को बीमारी से उनका निधन हो गया.
उनके परिवार में उनके पति के अलावा 2 पुत्र अनीश एवं आनंद हैं. उनके निधन की सूचना आते ही गोरखपुर नगर में उदासी छा गई. प्रोफेसर मीनाक्षी का जाना पूरे विश्व के लिए बहुत बड़ी क्षति है. वहीं, गोरखपुर नगर ने अपनी एक होनहार बेटी को खो दिया. सोमवार को नेशनल एजुकेशनल सोसायटी द्वारा संचालित महात्मा गांधी इंटर कॉलेज महात्मा, गांधी पीजी कॉलेज एवं रामनारायण लाल कन्या इंटर कॉलेज, प्रकाश नारायण इंस्टीट्यूट आफ कंप्यूटर टेक्नोलॉजी में एक संयुक्त शोक सभा आयोजित की गई. जिसमें प्रबंध समिति, प्रधानाचार्य, शिक्षकगण एवं अध्ययनरत लगभग 10 हजार छात्र-छात्राओं ने उनकी शोक सभा में सहभागिता किया. सभी ने उनके प्रति अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए. यह जानकारी नेशनल एजुकेशनल सोसायटी के सचिव एवं महात्मा गांधी इंटर कॉलेज एवं महात्मा गांधी पीजी कॉलेज के प्रबंधक मनकेश्वर नाथ पांडेय ने दी है.
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