गोरखपुरः भ्रष्टाचार पर सख्त और जनहित के मुद्दों को लेकर अपनी ही सरकार में अधिकारियों से लड़ जाने वाले गोरखपुर सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने फिर एक भ्रष्टाचार को पकड़ा है. उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए पार्षद के लिखित शिकायती पत्र को सीएम योगी को भेज दिया है. दरअसल नगर विधायक विकास योजनाओं की पड़ताल को लेकर नगर विधानसभा क्षेत्र में जब चाहे निकल जाते हैं.
इस दौरान होने वाले किसी भी निर्माण कार्य की गुणवत्ता और कार्य की प्रगति की वह निगरानी करते हैं. इसी निगरानी के बीच उन्होंने सड़क निर्माण में बड़ी धांधली पकड़ने का कार्य किया है. डूडा के द्वारा शहर के रुस्तमपुर वार्ड में बनाई जा रही इंटरलॉकिंग सड़क मानक के विपरीत बनाई गई थी. जिसको उन्होंने अपने मौजूदगी में खुदवाया और प्रमाण मिलने के बाद अधिकारियों और ठेकेदार को जेल तक भेजवा देने की बात कही.
नगर विधायक ने सड़क की गुणवत्ता को जांचने के लिए इंजीनियर की मौजूदगी में रुस्तमपुर वार्ड की सड़क को खुलवाया. उसमें पाया कि बिना गिट्टी बिछाए ही सड़क की इंटरलॉकिंग कर दी गई थी. जिस पर विधायक काफी नाराज हुए. उन्होंने मौके पर इंजीनियर और ठेकेदार को जमकर फटकार लगाई साथ ही कहा कि अगर गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ होगा. योगी सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जाएगी तो वह इस धांधली को बर्दाश्त नहीं करेंगे. निर्माण कार्य से जुड़े इंजीनियर और ठेकेदार को जेल भी भिजवा देंगे. जरूरत पड़ी तो सदन में आवाज उठाकर भी भ्रष्टाचार के दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कराएंगे.
नगर विधायक ने बताया कि रुस्तमपुर वार्ड की पार्षद कंचन लता सिंह ने निर्माण में मानकों का पालन न किए जाने की शिकायत की थी. जिसकी जांच करने जब वह मौके पर पहुंचे तो शिकायत सही पाई गई. सड़क निर्माण शासन की गाइडलाइन के अनुसार नहीं किया गया. इस मामले में नगर विधायक ने डूडा के परियोजना अधिकारी विकास सिंह से बात करते हुए मामले में 3 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस सड़क का शिलान्यास 8 माह पहले किया गया था, लेकिन अब तक मौके पर निर्माण से जुड़ा शिलान्यास का पत्थर नहीं लगा है नहीं योजना की डिटेल अंकित हैं. उन्होंने कहा कि पार्षद की लिखित शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री के पास भेज दिया है. साथ ही दोषियों के खिलाफ वह हर हाल में करवाई कराएंगे.