गोरखपुर: नगर विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर होकर लड़ाई लड़ रहे हैं. जिले में जल निगम विभाग परियोजनाओं को पूर्ण करने में लापरवाही और भ्रष्टाचार हो रहा है. शिकायत के बाद भी जल निगम के अधिकारियों के खिलाफ योगी सरकार में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
भाजपा विधायक ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ खोला मोर्चा
डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल पिछले 18 सालों से लगातार गोरखपुर शहर क्षेत्र से विधायक हैं. राधामोहन संघर्षों में जीने वाले और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले जनप्रतिनिधि की पहचान शहर में रखते हैं. समाजवादी पार्टी की सरकार में विधायक ने 2007 में नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार पर पांच अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करवाया तो गोरखपुर विकास प्राधिकरण में कुल 34 अधिकारी उनकी शिकायत पर सस्पेंड और कार्रवाई की जद में आ गए थे.
मौजूदा समय में प्रदेश में भाजपा यानी कि विधायक राधा मोहन की पार्टी की सरकार है. जिले में जल निगम विभाग सीवर लाइन डालने से लेकर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के काम में भ्रष्टाचार और लेटलतीफी से जनता को परेशानी हो रही है, जिसकी उन्होंने जांच भी कराई और जनता का भरोसा भी जीता. बावजूद इसके अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कराने में विधायक की नहीं सुनी जा रही है, जिससे क्षुब्ध होकर नगर विधायक ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि होने के नाते जनता के हक की लड़ाई हर स्तर पर जाकर लड़ेंगे.
नगर विधायक के हक में सड़कों पर पोस्टर बैनर लगाकर जनता उनका समर्थन कर रही है. विधायक ने कहा है कि सदन में भ्रष्टाचार के खिलाफ उठी आवाज, जनता के भरोसे पर कायम उनका नेतृत्व, भ्रष्टाचारियों को सजा दिलाकर रहेगा. भले ही उनके ऊपर अधिकारी किसी भी तरह का आरोप लगाएं या सामूहिक अवकाश लेकर छुट्टी पर चले जाएं. अधिकारियों पर जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक संघर्ष जारी रहेगा.
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