गोरखपुरः पूर्व केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य शिवप्रताप शुक्ल को भाजपा हाईकमान ने राज्यसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) के पद पर नियुक्त किया गया है. उच्च सदन में पार्टी के लिए व्हिप जारी करने की जिम्मेदारी अब उनके कंधों पर होगी. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक और उसकी विचारधारा के पोषक होने के नाते संगठन में उनकी गहरी पकड़ रही है. शुक्ल को पार्टी में नई जिम्मेदारी मिलने से उनके समर्थकों में भारी उत्साह है. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में शिवप्रताप शुक्ल केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री थे.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरू किया राजनीतिक करियर
शिवप्रताप शुक्ल का राजनीतिक सफर 1970 से शुरू हुआ था. वे सबसे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े. 1981 में पहली बार भाजयुमो के क्षेत्रीय मंत्री बने. इमरजेंसी में मीसा के तहत गिरफ्तार हुए. इस दौरान वे करीब 19 महीने जेल में रहे. शिवप्रताप शुक्ल 2012 में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष बने. गोरखपुर से 1989 में कांग्रेस के सुनील शास्त्री को हराकर पहली बार विधानसभा में पहुंचे. 1989, 1991, 1993 और 1996 में लगातार गोरखपुर से विधायक चुने गए और प्रदेश की तत्कालीन बीजेपी सरकार में तीन बार कैबिनेट मंत्री बने.
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सर्मथकों में खुशी का माहौल
शिवप्रताप शुक्ल के लंबे संघर्ष की वजह से भाजपा संगठन में उनकी अच्छी पकड़ है. ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी उन्हें मंत्री पद मिलने की सम्भावना थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इस पर संगठन में उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रहा था. मंगलवार को उन्हें राज्यसभा में भाजपा का मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) बनाने की जानकारी मिलते ही उनके समर्थक एक-दूसरे को बधाई देने लगे. वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पार्टी से मिली इस नई जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा के साथ निभाने की बात कही है.