गोरखपुर: कोरोना संक्रमित मरीजों के भर्ती होने और कोरोना पॉजिटिव जांच का प्रमुख केंद्र बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज (बीआरडी) परिसर को गोरखपुर जिला प्रशासन ने रेड जोन घोषित कर दिया है. मौजूदा समय में इस परिसर के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक, जो कोरोना वार्ड बनाया गया है, वहां कुल 8 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं, जिसको देखते हुए जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने यह निर्णय लिया है.
प्रीपेड टैक्सी चलाने का निर्देश
बीआरडी परिसर में अब मरीज के साथ केवल एक ही व्यक्ति जा सकेगा. कोविड-19 अस्पताल में तो डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा. यही नहीं, डीएम ने मरीजों की समस्या को देखते हुए कॉलेज परिसर में प्रीपेड टैक्सी चलाने का निर्देश दिया है. कॉलेज गेट के पास प्रीपेड टैक्सी बूथ बनाया जाएगा.
पुलिसकर्मियों को सैनिटाइजर और मास्क से किया गया लैस
ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग के कर्मचारी, मरीजों और तीमारदारों का सहयोग करेंगे. परिवहन विभाग इसका किराया निर्धारित करेगा. जो यात्रा करेगा, उनके पास यात्रा से संबंधित पर्ची मौजूद रहेगी. बीआरडी परिसर में मौजूद पुलिसकर्मियों को सैनिटाइजर और मास्क से लैश किया गया है, जिससे वह सुरक्षित तरीके से आने-जाने वालों की पड़ताल कर सके.
जिलाधिकारी ने दी जानकारी
जिलाधिकारी के. विजेंद्र पांडियन ने इस विषय पर कहा कि, 'प्रिवेंशन इज बेटर देन क्योर. जांच की सुविधाओं के साथ मेडिकल कॉलेज को व्यवस्थित कर दिया गया है. बाहर से आने वाले हर श्रमिक की जांच की जा रही है. बीआरडी मेडिकल कॉलेज की टूटी बाउंड्री को भी ठीक कराया जा रहा है, जिससे अनाधिकृत प्रवेश को रोका जा सके.'
दरअसल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज पर ही पूरे पूर्वांचल के मरीजों की जांच की जिम्मेदारी है. यहां वाराणसी के भी कुछ नमूने जांच के लिए आए थे. क्योंकि वहां के वायरोलॉजिकल विभाग की एक कर्मी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद वहां जांच बंद हो गई थी.
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वहीं गोरखपुर और बस्ती मंडल के 7 जिलों की बात करें तो अब तक इसमें 98 मरीज संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें अकेले 35 मरीज बस्ती, 30 संतकबीर नगर, 19 सिद्धार्थनगर, 7 महाराजगंज, 2 कुशीनगर, 2 देवरिया और 3 गोरखपुर के हैं. अभी तक इस क्षेत्र में कोरोना से सिर्फ एक मरीज की मौत हुई है.