गोरखपुर: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरा विश्व वैक्सीन बनाने में लगा हुआ है. अभी तक इस क्षेत्र में किसी को कोई ठोस सफलता हासिल नहीं हुई है. ऐसे में एक अच्छी खबर यह आई है कि आयुष मंत्रालय की मीठी गोली आर्सेनिक एल्बम-30 कोरोना संक्रमण से बचाव में काफी हद तक कारगर साबित हो रही है. जिले में करीब 15 हजार से अधिक लोगों को यह दवा दी गई है. दवा खाने वालों की इम्यूनिटी बढ़िया पाई गई है. इसको लेकर नोएडा और लखनऊ के होम्योपैथ रिसर्च सेंटर में शोध भी हुए हैं.
इस दवाई को खाने की डॉक्टर दे रहे सलाह
शोध में यह बात सामने आई है कि जिन लोगों ने इस दवा का सेवन नियमित रूप से डॉक्टरी सलाह पर किया है, उन्हें किसी तरह से कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ है. साथ ही उनकी इम्युनिटी क्षमता बढ़ी है. इससे कोरोना संक्रमण से काफी हद तक बचाव हो रहा है. वहीं गोरखपुर के जिला होम्योपैथ विभाग का भी यही मानना है कि जितने भी मामले जनपद में कोरोना संक्रमित मामले आए हैं, वह सारे शहर के बाहरी क्षेत्रों से हैं. शहर में बड़ी संख्या में लोग इस दवा का सेवन कर रहे हैं और शहर में अभी तक संक्रमित व्यक्ति नहीं मिला है.
आर्सेनिक एल्बम-30 साबित हो रही कारगर
कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को आर्सेनिक एल्बम-30 दवा भी दी जा रही है. नतीजे बेहतर मिल रहे हैं. आयुष मंत्रालय की ओर से देश के सभी राज्यों में दवा को बांटने का फैसला भी लिया जा रहा है. इस दवा के नतीजे अभी तक काफी बेहतर मिले हैं. यही वजह है कि यह दवा काफी डिमांड में है. इस दवा के ट्रायल में यह बात भी सामने आई है कि जिन लोगों ने दवा की खुराक ली है, उनमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले हैं और उनकी इम्युनिटी क्षमता काफी बढ़ी है.
15 हजार से अधिक लोगों को दी जा चुकी है यह दवा
जिला होम्योपैथी अधिकारी डॉ. विजय गुप्ता ने ईटीवी भारत के संवादाता से बात करते हुए बताया कि अब तक 15 हजार से अधिक लोगों को यह दवा दी जा चुकी है. इसके नतीजे बेहतर रहे हैं और यही कारण है कि यह दवा डिमांड में है. यह दवा कई मर्ज को ठीक करने में माहिर है. विभिन्न संक्रामक रोगों में बचाव के लिए इस दवा का उपयोग किया जा सकता है. इसमें बुखार निमोनिया जैसे रोग भी शामिल हैं. इन रोगों में दवा का सेवन करने से काफी हद तक राहत मिलती है.
दवा का हो रहा शोध
नोएडा और लखनऊ में होम्योपैथिक का रिसर्च सेंटर है. इन दोनों सेंटर में इस दवा का शोध किया गया है. लखनऊ में 10 हजार लोगों को यह दवा दी गई, जिसके नतीजे बेहतर हैं. वहीं दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं मिला है. यह दवा जीआरपी के सिपाहियों को भी दी गई. जिन सिपाहियों ने यह दवा नहीं खाई, उनमें से कुछ कोरोना के चपेट में भी आए हैं. वहीं अगर गोरखपुर की बात करें तो शहर में कोरोना संक्रमित नहीं मिला है, जो भी मामले आए हैं वह शहर के बाहरी क्षेत्रों के हैं. शहर के लोग बड़ी संख्या में जिला होम्योपैथ अस्पताल पर आकर इस दवा को ले जा रहे हैं.
मरीजों पर हो रहा असर
वहीं डॉक्टर मीणा पुष्कर दोहरे ने बताया कि पिछले 3 महीने से लगातार वे लोग जिला अस्पताल पर आने वाले मरीजों को यह बता रहे हैं कि इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आर्सेनिक एल्बम-30 नामक दवा दी जा रही है. यह दवा जिन मरीजों को दी जा रही है, उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर नोट किया जा रहा है और समय-समय पर उनसे फीडबैक भी लिया जा रहा है. लगभग प्रतिदिन इसका फीडबैक लिया जा रहा है और अभी तक जिन्होंने भी यह दवा ली है, उन्हें किसी प्रकार का कोई संक्रमण नहीं हुआ है. वहीं खुद के परिवार में 7 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे और उन्हें नियमित रूप से यह दवा दी गई थी. लगभग 25 दिन बीतने के बाद सभी लोग स्वस्थ हैं और काफी बेहतर हैं, उनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है.
वहीं जिला होम्योपैथी अस्पताल शेषमणि और राहुल ने बताया कि काफी लोगों से इस दवा के बारे में सुना है कि आर्सेनिक एल्बम-30 नामक दवा कोरोना वायरस को रोकने में काफी हद तक कारगर साबित हो रहा है. इससे इम्युनिटी पावर तो बढ़ती ही है, वहीं कई रोगों पर यह काफी कारगर साबित हो रहा है. इसको ध्यान में रखते हुए वे अपने और अपने परिवार के लिए यह दवा लेने के लिए आए हुए हैं.