गोरखपुर: 'एसीपी प्रद्युम्न' (Fake ACP Pradyuman) बनकर गोरखपुर मंदिर को बम से उड़ाने की साजिश की झूठी जानकारी देने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस युवक ने गुरुवार को डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को बताया था कि गोरखनाथ मंदिर को बम से उड़ाने की साजिश रची जा रही है. इसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी गई थी. जांच में यह सूचना झूठी निकली थी. इसके बाद पुलिस ने शुक्रवार को कॉल करने वाले युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
पुलिस के मुताबिक, गुरुवार को एक युवक ने सीआईडी धारावाहिक का एसीपी प्रद्युम्न बनकर गोरखपुर के डॉयल 112 को फोन किया था. उसने पुलिस से कहा था कि आतंकवादी सीएम योगी आदित्यनाथ के गोरखनाथ मंदिर को बम से उड़ाने की साजिश रच रहे हैं. ये लोग दीपावली पर्व पर गोरखनाथ मंदिर उड़ाने की साजिश रच रहे हैं. सूचना मिलते ही पुलिस मामले की जांच में जुट गई. जांच में सामने आया कि फोन करने वाला युवक देवरिया के मेहड़ा पुरवां का रहने वाला अनन्त गुप्ता है.
राशन कार्ड बनवाने को भेजा था पत्र
देवरिया पुलिस की जांच में पता चला कि कुछ दिन पूर्व अनन्त गुप्ता ने पुलिस को एक डाक भेजी थी. इसमें उसने लिखा था कि वह दिव्यांग है. उसे तीन बहनों की शादी करनी है. ऐसे में उसका राशन कार्ड बनवाया जाए.
पुलिस के अनुसार युवक ने फोन पर कहा था कि वह बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के बगल में रैनबसेरा के पास है. वहां छह-सात व्यक्ति फर्जी तरीके से इलाज कराने आए हैं, जो आतंकवादी हैं. ये लोग दीपावली पर्व पर गोरखनाथ मंदिर उड़ाने की साजिश रच रहे हैं. उसकी सूचना पर गोरखपुर कैंट थाने की पीआरवी 3,886 सक्रिय हुई. जांच में मामला झूठा निकला. पीआरवी ने इस बारे में पुलिस मुख्यालय को जानकारी दी. इसके बाद सूचना देने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया.
देवरिया के सीओ सदर श्रीयश त्रिपाठी ने कहा कि जांच में पाया गया कि युवक ने पीआरवी पर फर्जी एसीपी बनकर गोरखपुर मंदिर उड़ाने की झूठी सूचना दी थी. जांच के बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
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