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Gorakhpur में धड़ल्ले से चल रहा अवैध टैक्सी स्टैंड और वसूली का खेल

अवैध टैक्सी स्टैंड को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के निर्देश के बावजूद गोरखपुर में ऑटो चालकों से मनमानी वसूली जारी है. ठेकेदार नगर निगम के निर्धारित रेट से ज्यादा वसूली कर रहे हैं.

गोरखपुर में अवैध टैक्सी स्टैंड
गोरखपुर में अवैध टैक्सी स्टैंड
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Published : Mar 10, 2023, 12:47 PM IST

Updated : Mar 10, 2023, 1:54 PM IST

ऑटो चालकों ने ठेकदारों पर लगाया मनमानी वसूली का आरोप

गोरखपुरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) अवैध टैक्सी स्टैंड को लेकर कई बार कड़े निर्देश जारी कर चुके हैं. बावजूद इसके खुद सीएम के शहर गोरखपुर में अवैध टैक्सी स्टैंड का खेल जारी है. इतना ही नहीं कुछ अवैध तो कुछ वैध स्टैंड पर मनमाना शुल्क भी वसूला जाता है.

शहर के शास्त्री चौक से भी टैक्सी स्टैंड का संचालन होता है. यह शहर का प्रमुख क्षेत्र है. ऑटो चालकों का कहना है कि नगर निगम ने यहां प्रत्येक ऑटो का 20 रुपये स्टैंड शुल्क निर्धारित किया है. लेकिन, ठेकेदार मनमानी और जबरदस्ती ऑटो चालकों से 40 से 50 रुपये वसूलते हैं. इसके बाद ऑटो वालों को 20 रुपये की रसीद देते हैं. वहीं, जब यह चोरी पकड़ी गई और ऑटो वालों ने अपनी समस्या बताई तो ठेकेदार इस बात को मानने के लिए तैयार ही नहीं. वहीं, अधिकारी बाहर निकलकर जमीनी स्तर पर इसका जायजा भी नहीं लेते. इससे ऑटो चालकों को ठेकेदारों की मनमानी का शिकार होना पड़ रहा है. ऑटो चालकों ने बताया कि ठेकेदार और उनके लोग स्टैंड पर नहीं खड़ा होने की धमकी भी देते हैं.

बता दें कि गोरखपुर शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर रखने के लिए शहर में चार जगह पर ऑटो रिक्शा स्टैंड बनाये गए हैं. यह ऑटो रिक्शा स्टैंड गोरखपुर नगर निगम के रिकॉर्ड में चार जगह दर्ज हैं. शास्त्री चौक के चकबंदी कार्यालय के पास, अंबेडकर चौक, यूनिवर्सिटी चौक, धर्मशाला ओवर ब्रिज के नीचे. इन स्थानों पर प्रति ऑटो रिक्शा से 20 रुपये लेने का आदेश नगर निगम ने दिया है. इसके बावजूद भी स्टैंड संचालक मनमाने ढंग से दोगुना पैसा वसूल रहे हैं. ऑटो चालकों ने बताया कि अगर उन्हें पैसा नहीं देते, तो वह सवारी भी भरने नहीं देते हैं. जबरदस्ती करते हैं. ऐसे में मजबूरन पैसा देने पड़ते हैं.

इस संबंध में अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्र ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी. अगर ऐसा हो रहा है, तो गलत है. जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई भी होगी. स्टैंड का ठेका निरस्त भी किया जा सकता है. यह हाल सिर्फ शास्त्री चौक का नहीं आमूमन पैडलेगंज चौक, ट्रांसपोर्ट नगर, फल मंडी, रेलवे स्टेशन जैसे स्थान पर भी मनमानी तौर पर स्टैंड संचालन और वसूली का केंद्र है. समय-समय पर आरटीओ और यातायात पुलिस मिलकर कार्रवाई भी करते हैं. लेकिन, फिर कुछ समय बाद यह कारोबार को शुरू हो जाता है. यूनिवर्सिटी चौक पर संचालित बस अड्डे पर तो कमिश्नर के निर्देश पर कार्रवाई भी हो चुकी है. इसमें दो आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं.

ये भी पढ़ेंः Transport Corporation : होली पर परिवहन निगम पर हुई धनवर्षा, 105 करोड़ रुपये की कमाई

ऑटो चालकों ने ठेकदारों पर लगाया मनमानी वसूली का आरोप

गोरखपुरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) अवैध टैक्सी स्टैंड को लेकर कई बार कड़े निर्देश जारी कर चुके हैं. बावजूद इसके खुद सीएम के शहर गोरखपुर में अवैध टैक्सी स्टैंड का खेल जारी है. इतना ही नहीं कुछ अवैध तो कुछ वैध स्टैंड पर मनमाना शुल्क भी वसूला जाता है.

शहर के शास्त्री चौक से भी टैक्सी स्टैंड का संचालन होता है. यह शहर का प्रमुख क्षेत्र है. ऑटो चालकों का कहना है कि नगर निगम ने यहां प्रत्येक ऑटो का 20 रुपये स्टैंड शुल्क निर्धारित किया है. लेकिन, ठेकेदार मनमानी और जबरदस्ती ऑटो चालकों से 40 से 50 रुपये वसूलते हैं. इसके बाद ऑटो वालों को 20 रुपये की रसीद देते हैं. वहीं, जब यह चोरी पकड़ी गई और ऑटो वालों ने अपनी समस्या बताई तो ठेकेदार इस बात को मानने के लिए तैयार ही नहीं. वहीं, अधिकारी बाहर निकलकर जमीनी स्तर पर इसका जायजा भी नहीं लेते. इससे ऑटो चालकों को ठेकेदारों की मनमानी का शिकार होना पड़ रहा है. ऑटो चालकों ने बताया कि ठेकेदार और उनके लोग स्टैंड पर नहीं खड़ा होने की धमकी भी देते हैं.

बता दें कि गोरखपुर शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर रखने के लिए शहर में चार जगह पर ऑटो रिक्शा स्टैंड बनाये गए हैं. यह ऑटो रिक्शा स्टैंड गोरखपुर नगर निगम के रिकॉर्ड में चार जगह दर्ज हैं. शास्त्री चौक के चकबंदी कार्यालय के पास, अंबेडकर चौक, यूनिवर्सिटी चौक, धर्मशाला ओवर ब्रिज के नीचे. इन स्थानों पर प्रति ऑटो रिक्शा से 20 रुपये लेने का आदेश नगर निगम ने दिया है. इसके बावजूद भी स्टैंड संचालक मनमाने ढंग से दोगुना पैसा वसूल रहे हैं. ऑटो चालकों ने बताया कि अगर उन्हें पैसा नहीं देते, तो वह सवारी भी भरने नहीं देते हैं. जबरदस्ती करते हैं. ऐसे में मजबूरन पैसा देने पड़ते हैं.

इस संबंध में अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्र ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी. अगर ऐसा हो रहा है, तो गलत है. जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई भी होगी. स्टैंड का ठेका निरस्त भी किया जा सकता है. यह हाल सिर्फ शास्त्री चौक का नहीं आमूमन पैडलेगंज चौक, ट्रांसपोर्ट नगर, फल मंडी, रेलवे स्टेशन जैसे स्थान पर भी मनमानी तौर पर स्टैंड संचालन और वसूली का केंद्र है. समय-समय पर आरटीओ और यातायात पुलिस मिलकर कार्रवाई भी करते हैं. लेकिन, फिर कुछ समय बाद यह कारोबार को शुरू हो जाता है. यूनिवर्सिटी चौक पर संचालित बस अड्डे पर तो कमिश्नर के निर्देश पर कार्रवाई भी हो चुकी है. इसमें दो आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं.

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Last Updated : Mar 10, 2023, 1:54 PM IST
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