गोरखपुर : यूपी के गोरखपुर के चौरी-चौरा विधानसभा के नई बाजार और जनांदोलन के नायक शहीद अब्दुल्ला के गांव राजधानी को जोड़ने वाला फारेन नाले के घटुली घाट पर बने पुल का एप्रोच मार्ग पिछले डेढ़ दशक से अधिक समय से अधर में लटका हुआ है. बीजेपी के पूर्व विधायक बेचन राम ने पुल के अप्रोच मार्ग न बनने का कारण पहले के विधायकों की उदासीनता बताया है. सबसे बड़ी बात यह है कि मुख्यमंत्री को अवगत कराने के बावजूद बात नहीं बन पा रही है. अब बीजेपी के जिला मंत्री समरजीत पासवान ने इक बार फिर मुख्यमंत्री योगी तक इस समस्या को पहुंचाने की पहल की है.
कई गांवों का है मुख्य मार्ग
फारेन नाले के घटुली घाट पर बना पुल नई बाजार और राजधानी गांव के बीच स्थित है. राजधानी क्षेत्र के गांवों का खंड विकास कार्यालय और सरकारी स्वास्थ्य केंद्र दोनों नई बाजार चौराहे से होकर जाता है. ऐसे में लोगों को इस पुल का पिछले डेढ़ दशकों से न बनाना खल रहा है.
क्या बोले ग्रामीण
घटुली घाट पुल पर एप्रोच मार्ग न बनने से सबसे अधिक राजधानी गांव के लोग प्रभावित हैं. ग्रामीणों ने बताया कि सबसे अधिक दिक्कत महिलाओं को होती है. प्रसव के दौरान कई किलोमीटर घूम कर स्वास्थ्य केन्द्र पर जाना पड़ता है. इसके साथ नदियों का जलस्तर जब बढ़ जाता है तो कई किलोमीटर अतिरिक्त यात्रा करनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि घटुली घाट के पुल के अप्रोच मार्ग का काम वर्षों से लटका हुआ है. लेकिन कई सरकारें आयी और चली गईं लेकिन बना नहीं. नेताओं को यह पुल केवल चुनावी समय में याद आता है.
कल्याण सिंह के समय में हुआ था स्वीकृत
चौरी-चौरा के पूर्व विधायक बेचन राम ने बताया कि राजधानी और नई बाजार के बीच घटुली घाट पर पुल तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के समय में पास हुआ था. पुल के निर्माण के समय हादसा हो गया था, जिसमें कई लोग घायल हुए और एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी. उसके बाद नेता इस पुल के अप्रोच मार्ग के लेकर उदासीन होते गए. वर्तमान विधायक संगीता यादव ने इस संबंध में क्या प्रयास किया मुझे नहीं मालूम है. लेकिन मैं खुद मुख्यमंत्री योगी से इस पुल के विषय मे बता चुका हूं. विभागीय लोगों से भी बात किया लेकिन फिर भी बात नहीं बन पाई. वहीं जिला मंत्री बीजेपी गोरखपुर समरजीत पासवान ने कहा कि नई बाजार और राजधानी गांव को जोड़ने वाले पुल की शुरुआत करके इसको शहीद अब्दुल्ला के समर्पित कर देने चाहिए. यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी.