गोरखपुर: जिले स्थित रेस्टोरेंट में दो पक्षों के बीच वर्चस्व को लेकर हुए विवाद ने बड़ा रूप ले लिया. घटना के एक दिन बाद ही शहर के पॉश इलाके सिंघडिया और मोहद्दीपुर में सरेआम फायरिंग और दहशत की वारदात से शहर सहम गया. इस घटना में दोनों पक्षों के बीच हुई मारपीट की घटना में बीच-बचाव करने वाले युवक का साथी गंभीर रूप से घायल हो गया. वहीं पुलिस ने सड़क पर दहशत फैलाने और फायरिंग में एक युवक पर जानलेवा हमले के आरोप में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है, जब कि अन्य 6-7 आरोपी फरार चल रहे हैं.
जिले के एसएसपी जोगिन्दर कुमार ने बताया कि 21 सितंबर को गोलीकांड की घटना को वर्चस्व की जंग में अंजाम दिया गया. उन्होंने बताया कि पुलिस ने घटना में शामिल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में फरार दो आरोपी शुभम सिंह और एक अन्य के खिलाफ 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया है. वहीं 6-7 अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है.
दरअसल, 20 सितंबर की दोपहर 3 बजे पासा रेस्टोरेंट में विवाद हुआ था, जिसकी सूचना पर पहुंची पैडलेगंज चौकी पुलिस ने दोनों गुटों के लीडर शहर के आवास विकास कालोनी कूड़ाघाट के रहने वाले अविनाश सिंह जो कि जिले के ही बांसगांव स्थित भैरोपुर के स्थायी निवासी हैं और दूसरे पक्ष के देवरिया जिले के बरहज के जयनगर के रहने वाले शुभम सिंह उर्फ सिंघाड़ा के बीच विवाद हुआ था. पुलिस ने उक्त घटना में कार्रवाई करते दोनों पक्ष के एक-एक युवक को पकड़कर थाने ले आई. वहीं इस दौरान मौके से कई लोग फरार भी हो गए.
बता दें कि विवाद के दौरान बांसगांव के धनौड़ा निवासी प्रवीण राय ने बीच-बचाव किया था. ये बात शुभम सिंह सिंघाड़ा और अन्य को बुरी लगी. इसी बीच रात में रेस्टोरेंट से खाना लेकर वापस लौट रहे प्रवीण राय पर शुभम सिंह और उसके साथियों ने हमला बोल दिया, जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गए. इस मामले में आईपीसी की धारा 323 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई, जिसमें जांच के बाद मिले साक्ष्यों के आधार पर आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 323, 504, 506, 307 और 7 सीएलए एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया.
इस घटना को लेकर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने लापरवाही बरतने पर पैडलेगंज चौकी इंचार्ज रणजीत सिंह बघेल और कैंट थाने के दारोगा संतोष सिंह को सस्पेंड कर दिया है.
इसे भी पढ़ें- गोरखपुर: वैश्विक महामारी में बदल गए हालात, हाईटेक हुए सरकारी अस्पताल