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गोरखपुरः PMEGP की फर्जी वेबसाइट बनाकर 20 लाख की ठगी - फर्जी वेबसाइट बनाकर 20 लाख की ठगी

यूपी के गोरखपुर जिले में लोन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त सामानों के साथ मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरोह PMEGP की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को अपना शिकार बनाते थे.

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वेबसाइट बनाकर ठगी
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Published : Aug 27, 2020, 8:07 PM IST

गोरखपुरः वैश्विक महामारी के बीच लोगों ने जहां एक-दूसरे की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए. तो वहीं लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले अपराधियों ने भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. साइबर ठगी करने वाले गिरोह ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत ऋण देने के नाम पर भारत सरकार और वित्‍त मंत्रालय के लोगों का इस्‍तेमाल किया. इसका सहारा लेकर फर्जी वेबसाइट बनाकर अलग-अलग लोगों से 20 लाख रुपये की ठगी कर ली गई. पुलिस ने मुख्‍य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस लाइन्‍स सभागार में एसपी क्राइम अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि गोरखपुर के गोरखनाथ इलाके के जटेपुर दक्षिणी के रहने वाले विशेष सिंह ने साइबर थाने में 28 जुलाई को प्रार्थनापत्र दिया. उन्‍होंने बताया कि उन्‍हें ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाया गया है. उनके शिकायती पत्र पर आईपीसी की धारा 406, 419, 420, 67, 68, 71 आईटी एक्‍ट के अंतर्गत एक मामला दर्ज हुआ. विशेष सिंह ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना की वेबसाइट के नाम पर उनके साथ 3 लाख 95 हजार रुपये की ऑनलाइन ठगी की गई है.

एसपी क्राइम अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि विशेष सिंह ने बताया कि उनके आईपीपीबी बैंक के खाते से 27 जुलाई को 3 लाख 95 हजार रुपये निकाल लिया गया है. इस मामले में 24 अगस्‍त को अभियोग पंजीकृत हुआ. विशेष सिंह ने बताया कि एक स्‍टार्टअप के लिए उन्‍हें 25 लाख रुपये की आवश्‍यकता रही है. आवेदक को कहीं से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (Prime Minister’s Employment Generation Programme) के बारे में पता चला, जिस पर आवेदक ने www.Indiafinanceloan.com पर 25 लाख रुपये लोन के लिए आवेदन किया.

आवेदक से एक मोबाइल नंबर 9454876639 से किसी दीपक श्रीवास्तव ने आरबीआई का अधिकारी बनकर बात की. उसने सारे कागजात वाट्सएप के माध्‍यम से मंगाकर इंडियन पोस्‍ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) में खाता खुलवाया. उसके खाते में 25 लाख रुपये का 15 प्रतिशत मार्जिन मनी 24 घंटे रखने के लिए जमा करने को अनिवार्य बताया गया. आवेदक ने जैसे ही 3,75,000/- और 20,000/- (खाते में पहले से जमा था) रुपये जमा किया, तो आवेदक के खाते से 3,95,000/- रुपये निकाल लिया गया. इस मामले में तकनीकी रूप से जांच की गई.

पुलिस को जानकारी मिली कि www.indiafinanceloan.com के नाम से PMEGP की फर्जी वेबसाइट बनाई गयी. इस पर भारत सरकार के लोगों का इस्तेमाल किया गया. वेबसाइट की डिटेल और पुलिस को मिले मोबाइल नं. 9454876639 और 9793617502 की लोकेशन सर्विलांस से पता कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने फैजाबाद जनपद के रुदौली कोतवाली के पुरेखा के रहने वाले दानिश खान को गिरफ्तार किया है.

आरोपी के पास से एक अदद वाहन (कार) सं. UP 52 AE 0007, एक अदद मोबाइल UP57M2006, एक अदद डेस्कटाप मयसहवर्ती उपकरण, एक अदद लैपटॉप कार्ड, 18 एटीएम कार्ड, तीन आधार कार्ड, दो पैन कार्ड, एक डीएल, एक आईकार्ड देशराज के नाम से मिला. सूरज सिंह यादव से संबंधित चार वर्क दस्तावेज, आठ अदद चेक बुक, छह अदद पासबुक, RC वाहन सं0 UP52 AE 0007, एक अदद पीले रंग का फाइल, एक अदद रजिस्ट्रार मिला. इसके अलावा वीओ और ऑनर के चार मोबाइल फोन सिम के साथ मिले हैं.

गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ में बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (PMEGP)के नाम पर फर्जी वेबसाइट www.indiafinanceloan.com बनाई गयी. उस पर भारत सरकार का लोगो लगाया. इसके अलावा वित्त मंत्रालय भारत सरकार भी लिखा हुआ है, जिससे लोग आसानी से झांसे में आ जाते रहे हैं. इसका प्रचार-प्रसार ई-मीडिया और उसके द्वारा पीएमईजीपी के फर्जी एजेन्ट के माध्यम से किया गया. जरूरतमंद लोगों से ऋण के लिए online आवेदन करवाया जाता रहा है.

उसने सा‍थियों दीपक श्रीवास्तव के साथ मिलकर आवेदक का नया खाता भिन्न-भिन्न बैंकों में खुलवाकर ठगी की जाती रही है. इसने आवेदन करने वाले करीब 600 लोगों में 60–70 आवेदकों से लोन एमाउंट का 5, 10 और 15 प्रतिशत (जाति और ऋण धन के आधार पर) जमा करवाकर अभियुक्त द्वारा धोखाधड़ी कर अनुमानित धनराशि बीस लाख निकाल लिया गया.

गोरखपुरः वैश्विक महामारी के बीच लोगों ने जहां एक-दूसरे की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए. तो वहीं लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले अपराधियों ने भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. साइबर ठगी करने वाले गिरोह ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत ऋण देने के नाम पर भारत सरकार और वित्‍त मंत्रालय के लोगों का इस्‍तेमाल किया. इसका सहारा लेकर फर्जी वेबसाइट बनाकर अलग-अलग लोगों से 20 लाख रुपये की ठगी कर ली गई. पुलिस ने मुख्‍य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस लाइन्‍स सभागार में एसपी क्राइम अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि गोरखपुर के गोरखनाथ इलाके के जटेपुर दक्षिणी के रहने वाले विशेष सिंह ने साइबर थाने में 28 जुलाई को प्रार्थनापत्र दिया. उन्‍होंने बताया कि उन्‍हें ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाया गया है. उनके शिकायती पत्र पर आईपीसी की धारा 406, 419, 420, 67, 68, 71 आईटी एक्‍ट के अंतर्गत एक मामला दर्ज हुआ. विशेष सिंह ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना की वेबसाइट के नाम पर उनके साथ 3 लाख 95 हजार रुपये की ऑनलाइन ठगी की गई है.

एसपी क्राइम अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि विशेष सिंह ने बताया कि उनके आईपीपीबी बैंक के खाते से 27 जुलाई को 3 लाख 95 हजार रुपये निकाल लिया गया है. इस मामले में 24 अगस्‍त को अभियोग पंजीकृत हुआ. विशेष सिंह ने बताया कि एक स्‍टार्टअप के लिए उन्‍हें 25 लाख रुपये की आवश्‍यकता रही है. आवेदक को कहीं से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (Prime Minister’s Employment Generation Programme) के बारे में पता चला, जिस पर आवेदक ने www.Indiafinanceloan.com पर 25 लाख रुपये लोन के लिए आवेदन किया.

आवेदक से एक मोबाइल नंबर 9454876639 से किसी दीपक श्रीवास्तव ने आरबीआई का अधिकारी बनकर बात की. उसने सारे कागजात वाट्सएप के माध्‍यम से मंगाकर इंडियन पोस्‍ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) में खाता खुलवाया. उसके खाते में 25 लाख रुपये का 15 प्रतिशत मार्जिन मनी 24 घंटे रखने के लिए जमा करने को अनिवार्य बताया गया. आवेदक ने जैसे ही 3,75,000/- और 20,000/- (खाते में पहले से जमा था) रुपये जमा किया, तो आवेदक के खाते से 3,95,000/- रुपये निकाल लिया गया. इस मामले में तकनीकी रूप से जांच की गई.

पुलिस को जानकारी मिली कि www.indiafinanceloan.com के नाम से PMEGP की फर्जी वेबसाइट बनाई गयी. इस पर भारत सरकार के लोगों का इस्तेमाल किया गया. वेबसाइट की डिटेल और पुलिस को मिले मोबाइल नं. 9454876639 और 9793617502 की लोकेशन सर्विलांस से पता कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने फैजाबाद जनपद के रुदौली कोतवाली के पुरेखा के रहने वाले दानिश खान को गिरफ्तार किया है.

आरोपी के पास से एक अदद वाहन (कार) सं. UP 52 AE 0007, एक अदद मोबाइल UP57M2006, एक अदद डेस्कटाप मयसहवर्ती उपकरण, एक अदद लैपटॉप कार्ड, 18 एटीएम कार्ड, तीन आधार कार्ड, दो पैन कार्ड, एक डीएल, एक आईकार्ड देशराज के नाम से मिला. सूरज सिंह यादव से संबंधित चार वर्क दस्तावेज, आठ अदद चेक बुक, छह अदद पासबुक, RC वाहन सं0 UP52 AE 0007, एक अदद पीले रंग का फाइल, एक अदद रजिस्ट्रार मिला. इसके अलावा वीओ और ऑनर के चार मोबाइल फोन सिम के साथ मिले हैं.

गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ में बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (PMEGP)के नाम पर फर्जी वेबसाइट www.indiafinanceloan.com बनाई गयी. उस पर भारत सरकार का लोगो लगाया. इसके अलावा वित्त मंत्रालय भारत सरकार भी लिखा हुआ है, जिससे लोग आसानी से झांसे में आ जाते रहे हैं. इसका प्रचार-प्रसार ई-मीडिया और उसके द्वारा पीएमईजीपी के फर्जी एजेन्ट के माध्यम से किया गया. जरूरतमंद लोगों से ऋण के लिए online आवेदन करवाया जाता रहा है.

उसने सा‍थियों दीपक श्रीवास्तव के साथ मिलकर आवेदक का नया खाता भिन्न-भिन्न बैंकों में खुलवाकर ठगी की जाती रही है. इसने आवेदन करने वाले करीब 600 लोगों में 60–70 आवेदकों से लोन एमाउंट का 5, 10 और 15 प्रतिशत (जाति और ऋण धन के आधार पर) जमा करवाकर अभियुक्त द्वारा धोखाधड़ी कर अनुमानित धनराशि बीस लाख निकाल लिया गया.

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