गोंडा: जिले में प्रशासन की बदइंतजामी का खामियाजा दिव्यांगों को भुगतना पड़ा. जिले में बनाए गए मॉडल बूथ पर दिव्यांगों के आने-जाने के लिए व्हीलचेयर तक की व्यवस्था नहीं की गई थी. वहीं जिम्मेदारों का कहना है कि दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था थी, अगर कहीं पर नहीं है तो उसकी व्यवस्था की जाएगी, लेकिन पोलिंग खत्म होने तक कोई व्यवस्था नहीं पहुंच पाई
मॉडल बूथ पर दिखी प्रशासन की बदइंजामी
- गोंडा जिले में प्रशासन की लापरवाही और बेरुखी का खामियाजा दिव्यांगों को मॉडल बूथों पर उठाना पड़ा.
- मॉडल बूथों पर दिव्यागों को ले आने और ले जाने के लिए व्हीलचेयर तक की व्यवस्था नहीं की गई थी.
- जिले के आम बूथों का भी लगभग यही हाल रहा, जहां दिव्यांगों के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं थी.
- बूथों का आलम यह था कि लोगों ने दिव्यांग मतदाताओं को अपने सहारे बूथों तक पहुंचाया.
- मॉडल बूथ पर प्रशासन के तरफ से दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर सहित कई व्यवस्थाएं नहीं की गई थीं.
- दिखावे के लिए मॉडल बूथों पर गुब्बारे इत्यादि लगा दिए गए थे.
बूथों पर पहुंचने के लिए दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है, अगर कहीं पर नहीं है तो उसकी व्यवस्था की जाएगी और जिन बूथों पर व्यवस्था नहीं की है, उनके जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-रत्नाकर मिश्र एडीएम