गोण्डा: शासन द्वारा किसानों को सोलर पंप दिए जाने की योजना किसी वरदान से कम नहीं है. इस योजना से किसानों को सिंचाई के लिए न तो बिजली की और न ही डीजल की आवश्यकता होगी. किसानों को दगा दे गए अधिकांश राजकीय नलकूप विभिन्न खराबी के कारण बंद पड़े हैं, जिससे किसानों को सिंचाई विभाग के अफसरों का चक्कर भी नहीं लगाना पड़ेगा. इसके लिए शासन की ओर से 268 किसानों का लक्ष्य मिला था, जिसके सापेक्ष करीब 90 प्रतिशत लक्ष्य पूरा किया जा चुका है.
किसानों को बनवाना पड़ेगा ड्राफ्ट
इस वर्ष गोण्डा जिले में शासन द्वारा सोलर पंप के लिए 268 किसानों का लक्ष्य रखा गया है. जिन्हें सिंचाई के लिए सोलर पंप दिया जाएगा. इन सोलर पम्पों के लिए किसानों को बैंकों से ड्राफ्ट बनवाना पड़ेगा, जिसमें 2 एचपी (डीसी) क्षमता वाले सोलर पम्पों के लिए 37 हजार 326 रुपये का ड्राफ्ट, 2 एचपी (एसी) क्षमता वाले सोलर पम्पों के लिए 37326 रुपये का ड्राफ्ट और 3 एचपी (डीसी) के लिए 56580 रुपये का ड्राफ्ट बैंकों में बनवाना पड़ेगा. लक्ष्यों के अनुरूप गोण्डा जिले में 32 किसानों ने ड्राफ्ट जमा कर दिए हैं.
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सोलर पंप योजना के लक्ष्य सभी ब्लॉक में वितरित कर दिए गए हैं. प्रत्येक ब्लॉक में 2 एचपी (डीसी) का 12 का लक्ष्य निर्धारित है. 2 एचपी (एसी) के लिए हर ब्लॉकों में 1 और 3 एचपी (डीसी) के लिए 2 का लक्ष्य निर्धारित किए गए थे, जिसमें 2 एचपी का लक्ष्य शत-प्रतिशत पूरा कर लिया गया है. 3 एचपी में कुछ किसान बचे हैं, जिनकी प्रक्रिया चल रही है. जल्द ही उन्हें भी सोलर पंप मिल जाएगा.
- मुकुल तिवारी, उप कृषि निदेशक