गोंडा: जिले के कोतवली नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत पिछले दिनों खून के काले कारोबार का पुलिस ने खुलासा करते हुए गोल्डन ब्लड बैंक संस्था व इसके तीन सदस्यों को आरोपी बनाया था. पुलिस की इस कार्रवाई पर समाजसेवी नूतन ठाकुर ने सवाल खड़ा किया है. उन्होंने इसकी शिकायत ह्यूमेन राइट कमीशन से की है. साथ ही नूतन ठाकुर ने प्रशासन से खून के गोरखधंधे में शामिल सही कारोबारियों को पकड़ने की मांग की है.
क्या है पूरा मामला
बीती एक मार्च को जिला प्रशासन व पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए खून के काले कारोबार का भंडाफोड़ किया था. मामले में संस्था के तीन सदस्य सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. औषधि निरीक्षक ने कोतवली नगर में 14 नामजद व अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. अब इस मामले में समाजसेवी नूतन ठाकुर ने पुलिस व प्रशासन के कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है.
उन्होंने कहा कि गोल्डन ब्लड संस्था व उसके तीन सदस्यों अलमास खान, मोहम्मद इमरान व इलियास को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस के मुताबिक घटना एक मार्च को हुई है, जबकि ब्लड मार्केटिंग की शिकायत के बाद 27 फरवरी को ही तीनों आरोपियों को हिरासत में लिया गया था तो वे एक मार्च की घटना में कैसे शामिल हो सकते हैं.
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पुलिस ने एक मार्च को एससीपीएम हॉस्पिटल के बाहर खून के काले कारोबार में गोल्डन ब्लड संस्था के तीनों सदस्यों जेल भेज दिया. इसकी शिकायत ह्यूमेन राइट कमीशन से की गई है. इस मामले में प्रशासन से सही तरीके से जांच कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं समाजसेवी नूतन ठाकुर ने कहा कि ऐसे लोगों को आरोपी बनाया गया, जो समाज सेवा कर रहे थे. संस्थान के माध्यम से लोगों की मदद कर रहे थे.
'प्रशासन सही आरोपियों को करे गिरफ्तार'
समाजसेवी नूतन ठाकुर ने गोंडा व आसपास में लाल खून के काले कारोबार करने वालों पर प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि जो लोग खून का कारोबार में शामिल हैं, सही आरोपियों को पुलिस व प्रशासन गिरफ्तार करें. ताकि खून के इस काले कारोबार को रोका जा सके और जरूरतमंदों को खून मिल सके.