गोण्डा: जिले में आला अधिकारियों की लापरवाही इस कदर बढ़ती जा रही है कि जिंदा इंसान को भी मृत घोषित कर दिया जा रहा है. ताजा मामला करनैलगंज तहलीस (karnailganj tehsil) में सामने आया है, जहां एक लेखपाल ने जीवित महिला को मृत घोषित कर दिया. इसकी जानकारी मिलने पर डीएम ने मामले में संज्ञान लिया. डीएम ने लेखपाल को निलंबित कर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है.
जिले में करनैलगंज तहसील अंतर्गत छतई पुरवा गांव के मौजा सकरौरा निवासी सुनीता देवी को लेखपाल ने सरकारी दस्तावेज में मृत दिखाकर उसकी जमीन उसके भाइयों के नाम दर्ज कर दी. जब इसकी सूचना महिला को लगी, तो वह अपनी शिकायत लेकर जिलाधिकारी मार्कंडेय शाही के पास पहुंची. शिकायत मिलने के बाद डीएम ने संबंधित लेखपाल जितेंद्र प्रसाद को निलंबित कर दिया. साथ ही एसडीएम कर्नलगंज (SDM Colonelganj) को एफआईआर दर्ज कर मामले में उचित कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.
सोमवार को जिलाधिकारी मार्कंडेय शाही (District Magistrate Markandeya Shahi) के जनता दर्शन में सुनीता देवी ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि लेखपाल जितेंद्र प्रसाद ने उसे मृत दिखाकर उसकी खतौनी की जमीन उसके भाइयों के नाम दर्ज कर दी है. इसके बाद उसे धमकी दी जा रही है. डीएम मार्कण्डेय शाही ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच कराई. जांच में शिकायत सही पाए जाने पर डीएम ने संबंधित लेखपाल को निलंबित कर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.
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इसके पहले जिले में खाद्यान्न की कालाबाजारी में संलिप्त लोगों पर डीएम ने कार्रवाई की थी. जनता के राशन पर डाका डालने वाले माफिया डीएम मार्कण्डेय शाही के निशाने पर काफी दिनों से चल रहे हैं. डीएम ने ऐसे लोगों को सबक सिखाने का मन बना लिया है. ऐसे लोगों के खिलाफ गैंगस्टर, गुण्डा एक्ट व रासुका के तहत कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. इस बाबत डीएम ने खाद्यान्न की कालाबाजारी में परोक्ष या प्रत्यक्ष रूप से संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई हेतु जांच समिति गठित करते हुए रिपोर्ट मांगी है.
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