गोण्डा: यूपी के गोंडा जिले में तैनात एडिशनल एसपी शिवराज की पुस्तक 'सोशल मीडिया से साइबर क्राइम' को पंडित गोविंद बल्लभ पंत पुरस्कार से नवाजा गया है. यह पुरस्कार देश के गृहमंत्री अमित शाह ने अपने हाथों से एडिशनल एसपी शिवराज जी को दिया है. सोशल मीडिया से साइबर क्राइम किताब एडिशनल एसपी और उनके मित्र मोहम्मद हसन जैदी ने मिलकर लिखा है.
इस पुस्तक में सोशल मीडिया के जरिए अपराध कैसे किए जाते हैं और किस तरह के क्राइम होते हैं, इसको विस्तार से लिखा गया है. पुस्तक का इस्तेमाल पुलिस विभाग साइबर सेल द्वारा भी उपयोग में लाया जाता है. एडिशनल एसपी मौजूदा समय गोंडा में तैनात हैं. एएसपी शिवराज उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के रहने वाले हैं. पुलिस विभाग में रहते हुए इन्होंने महिला उत्पीड़न और साइबर क्राइम को लेकर कई कार्य और शोध किए हैं. साइबर क्राइम पर शोध करते हुए इन्होंने सोशल मीडिया से साइबर क्राइम पुस्तक लिखी है.
इस पुस्तक में साइबर अपराध से जुड़े तमाम पहलुओं पर विस्तार से बताया गया है. एडिशनल एसपी का कहना है कि पुस्तक में ऐसी सभी जानकारियां उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया है, जिनसे लोग जरा सी सावधानी से साइबर अपराध का शिकार होने से बच सकते हैं.
एएसपी शिवराज ने दी जनकरी
एएसपी शिवराज से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वो और मोहम्मद हसन जैदी, मजिस्ट्रेट बाल कल्याण के द्वारा एक किताब सोशल मीडिया से साइबर अपराध के लिए लिखी गई थी. यह विशेषकर प्रयागराज में साइबर अपराध से बचाने के लिए एक अभियान चलाया गया था, जिसके तहत लोगों को साइबर अपराध से बचाने के लिए एक मुहिम चलाई गई थी. उसके बाद उसको काफी सराहा गया. जिसके बाद यह मांग हुई कि इस पर कुछ पुस्तक लिखी जाए. जिसके बाद मैं और सैयद हसन जैदी ने मिलकर मिलकर सोशल मीडिया अपराध किताब 2020-21 में लिखी है.
उन्होंने बताया कि इस किताब में कैसे साइबर अपराधी अपराध करते हैं और इससे कैसे बचा जाए इन विषयों पर हम लोगों ने विस्तार से लिखा है. उन्होंने बताया कि इसके बाद चार सितंबर को हमको माननीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पंडित गोविंद बल्लभ पंत पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है. यह योजना पुलिस विभाग द्वारा आयोजित की जाती है.
हिंदी में उत्कृष्ट लेखन के लिए पूरे भारतवर्ष के लेखकों को उनके द्वारा लिखित चयनित किताब और लेखक को दिया जाता है. यह पुस्तक साइबर पर अपराधियों से निपटने के लिए बहुत ही उपयोगी पुस्तक है. पुस्तक पुलिस और न्यायिक प्रक्रिया में जो लोग शामिल हैं, उनके लिए भी और आम पब्लिक के लिए भी बहुत उपयोगी है.