गोंडा: जिले के पटेल नहर मोहल्ले में बडे़ हर्षोल्लास के साथ होलिका दहन किया गया. स्थानीय लोगों ने होलिका की गोद में भक्त प्रह्लाद को बैठाकर बनाई गई मूर्ती की पहले पूजा-अर्चना की. इसके बाद होलिका दहन किया. इस दौरान बच्चे, बूढ़े और जवान सभी ने आपस में गुलाल लगाकर एक-दूसरे को होली की बधाई दी.
यूं तो होली के त्योहार में होलिका पूरे देश मे जलाई जाती है, लेकिन होलिका की मूर्ति के साथ होलिका दहन होना अपने आप में अनोखा है. गोंडा जिले के पटेल नगर मोहल्ले में होलिका दहन कार्यक्रम मनाया गया. इस दौरान होलिका की गोद में भक्त प्रहलाद को बैठाकर बनाई गई मूर्ती की पहले पूजा-अर्चना की गई. सभी ने प्रह्लाद को माला पहनाकर उनका स्वागत किया. उसके बाद होलिका दहन किया गया.
इस दौरान होलिका दहन देखने के लिए पूरे मोहल्ले में के लोग पहुंचे. स्थानीय लोगों ने पूजा-अर्चना के बाद एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली की बधाई दी. स्थानीय लोगों ने बताया कि देश की संस्कृति को बचाने के लिए हम लोगों ने ऐसा किया है. हम सभी को जानकारी देना चाहते हैं कि किस तरीके से होलिका प्रह्लाद को लेकर होलिका दहन में बैठ गई थी, लेकिन इसके बाद होलिका जल गई और प्रह्लाद बच गया.