गोंडा : जिले के पडरीकृपाल विकासखंड के खैरा गांव में टी-20 क्रिकेट मैच की तरह पंचायत चुनाव का भी रोचक मुकाबला देखने को मिला. यहां जब ग्राम प्रधान का चुनाव जनता के मतों से नहीं हो पाया तो सिक्के का सहारा लिया गया. लेकिन, सिक्का भी दगा दे गया. आखिरकार पर्ची का सहारा लिया गया, जिसमें विजयी प्रत्याशी के नाम की घोषणा हो सकी.
क्या है पूरा मामला
जिले में पडरीकृपाल विकासखंड के खैरा गांव से प्रधान पद के प्रत्याशी पूनम पाठक और जामवंत देवी के बीच कांटे की टक्कर हुई. दोनों प्रत्यशियों को 607-607 वोट मिले. बराबर वोट मिलने से मुकाबला टाई हो गया. इससे दोनों पक्ष के समर्थकों ने आमने-सामने आकर हंगामा करना शुरू कर दिया. दोनों ओर से मामला बढ़ता देख मौके पर पहुंची पुलिस ने समर्थकों को हटाने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित समर्थक पुलिस से ही भिड़ने लगे. इस पर पुलिस ने 14 लोगों को हिरासत में ले लिया.
सिक्के ने दिया दगा, पर्ची से हुआ फैसला
जब यह मामला जिला निर्वाचन अधिकारी मार्कण्डेय शाही के संज्ञान में आया तो उनके निर्देश पर दोनों प्रत्याशियों के बीच पहले सिक्का उछाला गया. लेकिन सिक्के को प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला सुनाना जैसे मंजूर नहीं था. हुआ यह कि सिक्का उछालने के बाद जब वह नीचे आया तो ना तो उसका हेड दिख रहा था और ना ही टेल. सिक्का घास में सीधा खड़ा था. अब पेच फिर फंस गया. सवाल था कि जीत हार का फैसला हो तो कैसे हो. अधिकारियों के चेहरे पर भी शिकन नजर आने लगा. काफी सोच-विचारकर फैसला किया गया कि अब पर्ची का सहारा लिया जाए. पर्ची पर दोनों ही प्रत्याशियों के नाम लिखकर ड्रॉ किया जाए और जिसका नाम आएगा वह विजयी होगा. इसके बाद लॉटरी निकाली गई, जिसमें पूनम पाठक आखिरकार विजयी घोषित हुईं. इस जीत से पूनम पाठक के भाग्य का फैसला हुआ और वो प्रधान चुनी गईं, जिसके बाद उनकी जीत का प्रमाण पत्र जारी हो सका.
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प्रधान पति ने जनता का किया धन्यवाद
बता दें कि इस सीट पर कुल 3 हजार 136 मतदाता थे, जिसमें से 2176 वोट पड़े थे. पूनम के पति सुरेश चंद्र पाठक ने बताया कि चुनाव में जनता के सहयोग और भाग्य से जीत मिली है. इसके लिए मैं मतदाताओं को धन्यवाद देता हूं.