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विदेश में नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले गैंग का खुलासा, पुलिस ने तीन को दबोचा

गोंडा में पुलिस स्वाट टीम ने साइबर क्राइम के अंतर्राष्ट्रीय गैंग का भंडाफोड़ करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी विदेशों में करोड़ों की नशीली दवाओं का कारोबार करते थे.

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गोंडा पुलिस
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Published : Oct 30, 2022, 10:10 PM IST

गोंडा: जिला पुलिस और स्वाट टीम ने रविवार को साइबर क्राइम के अंतर्राष्ट्रीय गैंग का भंडाफोड़ किया है. गोंडा से बैठकर यूएसए और यूके में नशीली दवाओं का ऑनलाइन कारोबार करने वाले दो सगे भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. साथ ही लखनऊ के रहने वाले उसके साथी को भी धर दबोचा है. पुलिस ने इनके कब्जे से नशीली दवाएं, मोबाइल, लैपटॉप, एटीएम, फर्जी दस्तावेज, लग्जरी कार और नगदी बरामद की है.

एसपी अकाश तोमर

पकड़ गए शातिर ठग फर्जी वर्चुअल आईडी बनाकर अमेरिका और यूके में लोगों से बात करके करोड़ों की नशीली दवाओं का कारोबार कर रहे थे. पहले ऐप के जरिए इन लोगों ने बड़ा डेटाबेस तैयार किया और उसके बाद स्काई पे और अन्य माध्यमों से ड्रग डीलर से बातचीत करते थे और फर्जी आईडी बनाकर लोगों को ठगते थे. ये शातिर ठग खुद को अमेरिकी डीलर बताकर नशीली दवाओं का काला कारोबार कर रहे थे. 3 साल में ही इन लोगों ने 5 करोड़ से अधिक मूल्य की प्रतिबंधित नशीली दवाओं का ऑनलाइन व्यापार कर लिया और करोड़ों रुपये कमा लिए.

गोंडा में बैठकर दो सगे भाई अब्दुल बारी और अब्दुल हादी ने गोमती नगर के रहने वाले अपने मित्र विशाल श्रीवास्तव के साथ मिलकर अमेरिका और यूके में बड़ा मार्केट तैयार कर लिया था. लोकल वेंडर्स के जरिए यह लोग नशीली दवाओं की सप्लाई करते थे और पैसे कमाते थे, जो भी ऑनलाइन व्यापार विदेशी कस्टमर्स द्वारा किया जाता था उसका पैसा पे पाल, मनीग्राम वेस्टर्न यूनियन और क्रिप्टो करेंसी के जरिए भारत में मौजूद लोगों के खाते में भेजा जाता था.

एसपी अकाश तोमर ने बताया कि गोंडा पुलिस ने प्ले बाजार में करोड़ों के नकली दवाओं का कारोबार करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर तीन आरोपी गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. पुलिस को सूचना मिली थी कि ये लोग शहर कोतवाली इलाके में हैं. इसके बाद गोंडा-लखनऊ मार्ग पर एक खाली स्थान पर कार में बैठे हुए अरेस्ट कर लिया. यह लोग ऑनलाइन ड्रग ट्रैफिकिंग कर रहे थे और पुलिस के हत्थे चढ़ गए.

एसपी अकाश तोमर ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से नशीली दवाएं, लैपटॉप, मोबाइल, एटीएम कार्ड, जाली दस्तावेज, विजिटिंग कार्ड और 1 अदद लग्जरी कार भी बरामद की है. अभियुक्त 3 सालों से इस व्यापार में लिप्त थे और फर्जी तरीके से करोड़ों का चूना लगा रहे थे. फिलहाल इनके खातों को सीज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है और गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है.

पढ़ेंः रायबरेली सर्राफा व्यवसायी से लूट, बाइक सवार बदमाशों ने उड़ाए लाखों

गोंडा: जिला पुलिस और स्वाट टीम ने रविवार को साइबर क्राइम के अंतर्राष्ट्रीय गैंग का भंडाफोड़ किया है. गोंडा से बैठकर यूएसए और यूके में नशीली दवाओं का ऑनलाइन कारोबार करने वाले दो सगे भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. साथ ही लखनऊ के रहने वाले उसके साथी को भी धर दबोचा है. पुलिस ने इनके कब्जे से नशीली दवाएं, मोबाइल, लैपटॉप, एटीएम, फर्जी दस्तावेज, लग्जरी कार और नगदी बरामद की है.

एसपी अकाश तोमर

पकड़ गए शातिर ठग फर्जी वर्चुअल आईडी बनाकर अमेरिका और यूके में लोगों से बात करके करोड़ों की नशीली दवाओं का कारोबार कर रहे थे. पहले ऐप के जरिए इन लोगों ने बड़ा डेटाबेस तैयार किया और उसके बाद स्काई पे और अन्य माध्यमों से ड्रग डीलर से बातचीत करते थे और फर्जी आईडी बनाकर लोगों को ठगते थे. ये शातिर ठग खुद को अमेरिकी डीलर बताकर नशीली दवाओं का काला कारोबार कर रहे थे. 3 साल में ही इन लोगों ने 5 करोड़ से अधिक मूल्य की प्रतिबंधित नशीली दवाओं का ऑनलाइन व्यापार कर लिया और करोड़ों रुपये कमा लिए.

गोंडा में बैठकर दो सगे भाई अब्दुल बारी और अब्दुल हादी ने गोमती नगर के रहने वाले अपने मित्र विशाल श्रीवास्तव के साथ मिलकर अमेरिका और यूके में बड़ा मार्केट तैयार कर लिया था. लोकल वेंडर्स के जरिए यह लोग नशीली दवाओं की सप्लाई करते थे और पैसे कमाते थे, जो भी ऑनलाइन व्यापार विदेशी कस्टमर्स द्वारा किया जाता था उसका पैसा पे पाल, मनीग्राम वेस्टर्न यूनियन और क्रिप्टो करेंसी के जरिए भारत में मौजूद लोगों के खाते में भेजा जाता था.

एसपी अकाश तोमर ने बताया कि गोंडा पुलिस ने प्ले बाजार में करोड़ों के नकली दवाओं का कारोबार करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर तीन आरोपी गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. पुलिस को सूचना मिली थी कि ये लोग शहर कोतवाली इलाके में हैं. इसके बाद गोंडा-लखनऊ मार्ग पर एक खाली स्थान पर कार में बैठे हुए अरेस्ट कर लिया. यह लोग ऑनलाइन ड्रग ट्रैफिकिंग कर रहे थे और पुलिस के हत्थे चढ़ गए.

एसपी अकाश तोमर ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से नशीली दवाएं, लैपटॉप, मोबाइल, एटीएम कार्ड, जाली दस्तावेज, विजिटिंग कार्ड और 1 अदद लग्जरी कार भी बरामद की है. अभियुक्त 3 सालों से इस व्यापार में लिप्त थे और फर्जी तरीके से करोड़ों का चूना लगा रहे थे. फिलहाल इनके खातों को सीज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है और गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है.

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