गोंडा: प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में गैस एजेंसी संचालक और कर्मचारियों द्वारा हेराफेरी करने का मामला सामने आया है. विकासखंड परसपुर के डोमाकल्पी गांव में ग्रामीणों द्वारा 46 शिकायतें मिली थी. जिनमें से लाभार्थी 10 लोगों को गैस और गैस चूल्हा ना देकर कालाबाजारी की जा रही थी.
इसकी शिकायत जिला अधिकारी के जनता दर्शन में मिली थी. जिला पूर्ति अधिकारी कृष्ण गोपाल पांडे ने एक टीम गठित की है. जिसमें क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी रविंद्र सिंह, पूर्ति निरीक्षक बालेश्वर मणि त्रिपाठी, दिनेश वर्मा ने गैस एजेंसी से लेकर गांव पहुंचकर जांच पड़ताल की. ग्रामीणों की शिकायत को लेकर भारत पैट्रोलियम सेल्स ऑफीसर से बात की गई. मंगलम गैस एजेंसी द्वारा प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (PM Ujjwala gas connection scheme) में काफी अनियमितता पाई गई थीं. जिसमें ग्रामीणों को गैस कनेक्शन को ना देकर कालाबाजारी कर की गई. जिस पर मंगलम गैस एजेंसी के संचालक डीपी सिंह और अन्य कर्मचारी के खिलाफ नगर कोतवाली में आवश्यक वस्तु अधिनियम 3/7 के तहत मुकदमा दर्ज करने के लिए आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने तहरीर दी थी.
मंगलम गैस एजेंसी पर कालाबाजारी का आरोप: मंगलम गैस एजेंसी की उज्जवला गैस कनेक्शन में गड़बड़ी (Fraud in Pradhan Mantri Ujjwala Yojana) की शिकायतें काफी दिनों से मिल रही थी. शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जिला अधिकारी डॉ. उज्जवल कुमार ने जिला पूर्ति अधिकारी कृष्ण गोपाल पांडे को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया था. क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी रविंद्र सिंह की जांच पड़ताल में मंगलम गैस एजेंसी द्वारा परसपुर ब्लॉक के डोमाकल्पी गांव के दस लोगों को उज्जवला योजना का लाभ नहीं दिया गया है. इनसे एक वर्ष पूर्व में आधार कार्ड, बैंक पासबुक, राशन कार्ड के दस्तावेज ले लिए गए थे. एजेंसी के द्वारा गैस चूल्हा रेगुलेटर को बाजार में कालाबाजारी करने का आरोप भी है.
डीएसओ पूर्ति अधिकारी कृष्ण गोपाल पांडे ने बताया कि मंगलम गैस एजेंसी के प्रोपराइटर डीपी सिंह के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत डीएम के आदेश पर कोतवाली नगर में पूर्ति निरीक्षक बालेश्वर मणि त्रिपाठी के द्वारा मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है. कोतवाली नगर पुलिस इस मामले में मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई में जुट गई है. जिले में कई ऐसी गैस एजेंसी है, जिनकी शिकायत लगातार मिल रही है. जांच के उपरांत अगर उनकी एजेंसी पर भी अनियमितता (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana Scheme) पाई गई. तो उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
पढ़ें- महिला सिपाही का नंबर कॉन्स्टेबल ने अश्लील ग्रुप में जोड़ा, गिरफ्तार