गोंडा: कस्टडी में मौत मामले में प्रदर्शन कर रहे लोगों द्वारा हिंसा कर गाड़ियों में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस ने गंभीर धाराओं में अज्ञात भीड़ के खिलाफ मुकदमा दर्जकर कार्रवाई में जुटी है. सीसीटीवी व वीडियो पहचान के आधार पुलिस कार्रवाई की बात कह रही है.
गोंडा जिले में नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद आज 3 डॉक्टरों के पैनल में शव का पोस्टमार्टम किया गया. जहां पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई. पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव को नाबागंज-अयोध्या मार्ग पर रखकर हंगामा कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग थी कि पुलिस इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करे और मृतकों के परिजनों को सरकार की तरफ से मुआवजा मिले.
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस, एंबुलेस सहित आधा दर्जन से ज्यादा गाड़ियों में तोड़फोड़ कर घंटों उपद्रव किया. सूचना पर मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी डॉ. उज्जवल कुमार व पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर परिजनों को न्याय दिलाने का आश्वासन देते हुए शव का अंतिम संस्कार करवाया.
वहीं, पुलिस ने हिंसा करने वालों के साथ अज्ञात भीड़ के खिलाफ धारा 307, 332, 353 आईपीसी व 7 सीएलए अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हिंसा करने वाले व्यक्तियों पहचान के बाद गिरफ्तार कर कार्रवाई करेगी.
वहीं, पुलिस कस्टडी (Police Custody) में हुई युवक की मौत मामले में पुलिस अधीक्षक ने एक्शन लिया है. इस मामले में थाना नवाबगंज प्रभारी तेज प्रताप सिंह और एसओजी (SOG) प्रभारी अमित यादव को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही पिता की तहरीर पर थाना प्रभारी व अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ 147 और 302 के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है. डॉक्टरों की पैनल व वीडियोग्राफी के साथ पंचनामा और पोस्टमार्टम की करवाई की गई है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मजिस्ट्रेट इंक्वायरी को शामिल करते हुए जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद हंगामा
दरअसल, हाल ही में नवाब गंज थाना क्षेत्र में एक झोलाछाप झोलाछाप डॉक्टर की मौत हो गई थी. इस मामले की छानबीन कर रही पुलिस को कुछ साक्ष्य मिले थे, जिसके आधार पर पुलिस बिजली विभाग में संविदा पर काम करने वाले लाइनमैन देव नारायण यादव को पूछताछ के लिए थाने लेकर आई. पूछताछ के दौरान युवक की तबियत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई, जिसके बाद ये मामला गरमा गया. मृतक युवक के परिजनों ने पुलिस पर थर्ड डिग्री देने का आरोप लगाया. जिसके बाद नाराज लोगों ने मृतक के शव को सड़क पर रखकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की.
थाना प्रभारी और एसओजी प्रभारी निलंबित
इस मामले पर पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया है कि देव नारायण यादव को एक हफ्ते पहले हुए एक मर्डर के केस में नवाबगंज पुलिस और एसओजी की पुलिस पूछताछ के लिए थाने लेकर आई थी. उस समय थाने के बाहर उनके पिताजी एवं प्रधान भी मौजूद थे. जैसा कि वहां पर कुछ पुलिस वालों ने बताया उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई थी और पुलिस द्वारा उनको डिस्ट्रिक्ट अस्पताल ले जाया गया. जिला अस्पताल में उन को मृत घोषित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि वो खुद जिला अस्तपाल में शव को देख चुके हैं उसके शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं हैं.
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