गोंडा: भारतीय कुश्ती फेडरेशन (WFI) के अध्यक्ष ब्रज भूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना शुक्रवार देर रात को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात बाद खत्म हो गया. जो बीते तीन दिन से जारी था. इसी बीच शनिवार को पहलवानों के आरोपों पर WFI के सहायक सचिव विनोद तोमर का एक बयान सामने आया है कि बृज भूषण शरण सिंह ने खुद को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी से फिलहाल अलग कर लिया है. मामले की जांच होने तक बृज भूषण सिंह किसी भी बैठक में शामिल नहीं होंगे न ही बतौर अध्यक्ष कोई काम करेंगे.
शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए ज्वाइंट सेक्रेट्री विनोद तोमर ने कहा कि.....
"उन पर आरोप निराधार हैं. ऐसा कुछ नहीं है. 3-4 दिन हो गए हैं और उन्होंने अभी तक कोई सबूत पेश नहीं किया है. मैं पिछले 12 सालों से उनके साथ जुड़ा हुआ हूं और मैंने ऐसा कुछ नहीं देखा. बृजभूषण शरण सिंह इस्तीफा नहीं दिया है. लेकिन जब तक जांच होगी तब तक उन्होंने अपने आपको खुद ही फेडरेशन की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों से अलग कर लिया है. ताकि जांच में कोई बाधा ना आए. कल अयोध्या के एक निजी होटल में होने वाली काउंसिल की बैठक में बृज भूषण सिंह अपनी बात जरूर रखेंगे."
बता दें कि ज्वाइंट सेक्रेट्री विनोद तोमर नंदिनी नगर स्टेडियम में हो रही ओपन नेशनल चैंपियनशिप में पहुंचे थे. इस दौरान तोमर ने ये भी कहा कि अयोध्या में जनरल काउंसिल की बैठक होगी और 54 लोग प्रतिभाग करेंगे. फेडरेशन की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी और उसमें फेडरेशन पर लग रहे आरोपों के अलावा अन्य सभी बातों पर जवाब दिया जाएगा.
खेल मंत्री के आवास पर बैठक के बाद खत्म हुआ प्रदर्शनः गौरतलब है कि शुक्रवार को देर रात तक खेल मंत्री के आवास पर पहलवानों की बैठक चली. जिसके बाद खेल मंंत्री और प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने सयुंक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इसमें खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि "खिलाड़ियों के साथ लगातार चर्चा चली. सभी खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती संघ पर गंभीर आरोप लगाए और क्या सुधार ये चाहते हैं, ये बात भी सामने आई है. एक ओवरसाइट कमेटी का गठन किया जाएगा. अगले 4 हफ्तों में ये अपनी जांच को पूरा करेंगे. जांच पूरी होने तक एक कमेटी दैनिक कार्यकलाप को देखेगी. तब तक भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह अपने आप को दैनिक कार्यकलाप से अलग रखेंगे और जांच में सहयोग करेंगे."
बजरंग पुनिया ने का बयानः वहीं, इस दौरान पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि "सभी खिलाड़ियों को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आश्वासन दिया है. सभी को समझाया भी है. हम खिलाड़ी अपने आंदोलन को बंद कर रहे हैं. क्योंकि हमें सरकार ने आश्वासन दिया है. हमें विश्वास है कि हमें न्याय मिलेगा.''
योगश्वर दत्त ने कहा दोषी के खिलाफ कोर्रवाई होनी चाहिएः इसके अलावा पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन द्वारा गठित 7 सदस्यीय कमेटी के सदस्य और पूर्व पहलवान योगेश्वर दत्त ने कहा कि मामले में गंभीरता से जांच की जाएगी. किसी भी मुद्दे को बातचीत से सुलझाया जा सकता है. मगर यौन उत्पीड़न के मामले में कोई बीच का रास्ता नहीं निकाला जा सकता. जो भी दोषी होंगे उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. अगर आरोप झूठे निकलते हैं तो ये पता किया जाएगा कि ये क्यों लगाए हैं और इन्हें लगाने का क्या मकसद है?
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