गोण्डा: सूबे के शिक्षा महकमे और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी अनामिका शुक्ला आखिरकार सामने आ ही गईं. भुलईडीह निवासी असली अनामिका शुक्ला ने बेसिक शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचकर अपनी बात रखी और अपने शैक्षिक अभिलेख दिखाने के साथ ही शिकायत पत्र भी दिया. इसके बाद पीड़िता सिविल लाइन चौकी पहुंची और शिकायत पत्र देकर पुलिस से भी न्याय की गुहार लगाई. दरअसल अनामिका शुक्ला के नाम पर 12 लाख रुपये से ज्यादा का फर्जीवाड़ा हुआ है.
जब अनामिका शुक्ला से मीडिया के लोगों ने बात करनी चाही तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया और पत्रकारों के सवालों से बचती दिखीं. फिलहाल कोतवाली पुलिस पीड़िता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई में जुटी है और सभी पहलुओं पर जांच कर रही है.
इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया, 'अनामिका शुक्ला भुलईडीह की रहने वाली है. उन्होंने कोतवाली पुलिस को शिकायती पत्र दिया है, जिसके बाद आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 474 में मुकदमा दर्ज कर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है. जहां-जहां इनके शैक्षिक अभिलेखों का प्रयोग कर नौकरी करने का मामला सामने आया है, उन सभी जिलों की पुलिस से संपर्क कर साक्ष्य इकट्ठा किया जा रहा है.'
सामने आईं असली अनामिका शुक्ला, जिसके नाम पर हुआ 12 लाख से ज्यादा का फर्जीवाड़ा
अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अनामिका शुक्ला के सर्टिफिकेट की जांच की जाएगी. उसके बाद जो आरोप तय होंगे, उसके आधार पर फाइनल रिपोर्ट या आरोप पत्र प्रेषित किया जाएगा.