गोंडा: राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा का अक्षत कलश सोमवार को गोंडा पहुंचा. यहां दुख हरण नाथ मंदिर में पूजन के बाद भ्रमण के लिए कलश को निकाला गया. यह कलश विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में पूरे मंडल में जाएगा. विश्व हिंदू परिषद के विभाग संयोजक शारदाकांत पांडेय के नेतृत्व में पूजन हुआ. देवीपाटन मंडल के मंदिरों में अक्षत कलश की पूजा की जाएगी. आमंत्रण के तौर पर सभी को अक्षत दिया जाएगा.
विश्व हिंदू परिषद के विभाग संयोजक शारदाकांत पांडेय की अगुआई में आज कलश गोंडा पहुंचा. राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा का अक्षत कलश का दुख हरण नाथ मंदिर में विधिवत पूजन हुआ. इसके बाद शोभायात्रा निकाली गई. सभी प्रांतों से अक्षत कलश निकलकर सभी मंदिरों में पूजा जाएगा और अक्षत को सभी जन सामान्य को आमंत्रण के तौर पर भेजा जाएगा.
दरअसल, अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. ऐसे में सभी को इस कार्यक्रम से भावनात्मक और धार्मिक तौर पर जोड़ने के लिए कलश पूजन का आयोजन किया जा रहा है. अक्षत कलश को सभी मंदिरों में भेजकर पूजा जाएगा. वहीं, जब यह अक्षत कलश अयोध्या पहुंचेगा, तब इससे अक्षत इकट्ठा कर सबको आमंत्रित किया जाएगा.
विभाग संयोजक शारदाकांत ने मंदिर में कलश पूजन किया और रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से जुड़ने की अपील की. उन्होंने बताया कि इस कलश की देवीपाटन मंडल के चारों जिले में सभी मंदिरों में पूजा-अर्चना की जाएगी. फिर कलश से अक्षत देकर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए आमंत्रण दिया जाएगा, जिससे देवीपाटन मंडल से लाखों लोग कार्यक्रम में शामिल होंगे.
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