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पुलिस कस्टडी में टॉयलेट क्लीन पीने वाले अधिवक्ता की मौत, 3 पुलिसकर्मी निलंबित - गोंडा में वकीलों ने किया हंगामा

गोंडा में जमीन फर्जीवाड़ा मामले में आरोपी अधिवक्ता की पुलिस कस्टडी में टॉयलेट क्लीनर पीने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई. मौत की सूचना पर अधिवक्ताओं और परिजनों ने हंगामा किया.

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Published : May 16, 2023, 10:33 PM IST

गोंडाः जिले में पुलिस कस्टडी में एसिड पीने वाले आरोपी अधिवक्ता की इलाज के दौरान मंगलवार को मौत हो गई. मौत के बाद अधिवक्ता संगठनों और परिजनों ने जमकर हंगामा किया और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे. सीएमओ कार्यालय और अफसरों का घेराव कर जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं, पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने इस मामले में चौकी इंचार्ज रजनीश द्विवेदी और दो अन्य सिपाहियों को निलंबित कर दिया है. पूरे मामले जांच के आदेश दिया है.

बता दें कि 12 मई को जमीन फर्जीवाड़े के आरोपी राजकुमार लाल श्रीवास्तव को शहर कोतवाली पुलिस ने हिरासत में लिया था. पुलिस हिरासत में शहर कोतवाली के अंदर ही राजकुमार लाल श्रीवास्तव ने टॉयलेट क्लीनर पी लिया और हालत बिगड़ने पर उनको लखनऊ के राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में इलाज के लिये रेफर किया गया. पुलिस ने जल्दी बाजी में अधिवक्ता राजकुमार को जमीन फर्जीवाड़े के आरोप में जेल भेज दिया. 14 मई को जब जेल में राजकुमार की हालत फिर बिगड़ी तो जिला अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान मंगलवार को मौत हो गई. इसके बाद आक्रोशित परिजनों और अधिवक्ता संगठनों ने पुलिस और प्रशासन का घेराव किया. वहीं सीएमओ का भी घेराव कर नारेबाजी की.

मृतक के परिजनों का आरोप है कि राजकुमार को साजिश के तहत मारा गया है. बेहतर इलाज न मिल पाने की वजह से मौत हो गई. वहीं, अधिवक्ता संगठनों ने भी आरोप लगाया कि जमीन फर्जीवाड़े में तमाम अफसर भी फंस रहे थे. इस वजह से साजिश के तहत उनके अधिवक्ता साथी को मारा गया है. आक्रोशित भीड़ और परिजनों ने दोषी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने और पारदर्शी तरीके से पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग की है.

अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति ने बताया कि जमीन फर्जीवाड़े के मामले में राजकुमार लाल श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस अभिरक्षा में उन्होंने टॉयलेट क्लीनर पी लिया और इलाज के दौरान आज उनकी मौत हो गई. इस मामले में चौकी इंचार्ज रजनीश द्विवेदी और दो अन्य सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है. घटना की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

गोंडाः जिले में पुलिस कस्टडी में एसिड पीने वाले आरोपी अधिवक्ता की इलाज के दौरान मंगलवार को मौत हो गई. मौत के बाद अधिवक्ता संगठनों और परिजनों ने जमकर हंगामा किया और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे. सीएमओ कार्यालय और अफसरों का घेराव कर जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं, पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने इस मामले में चौकी इंचार्ज रजनीश द्विवेदी और दो अन्य सिपाहियों को निलंबित कर दिया है. पूरे मामले जांच के आदेश दिया है.

बता दें कि 12 मई को जमीन फर्जीवाड़े के आरोपी राजकुमार लाल श्रीवास्तव को शहर कोतवाली पुलिस ने हिरासत में लिया था. पुलिस हिरासत में शहर कोतवाली के अंदर ही राजकुमार लाल श्रीवास्तव ने टॉयलेट क्लीनर पी लिया और हालत बिगड़ने पर उनको लखनऊ के राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में इलाज के लिये रेफर किया गया. पुलिस ने जल्दी बाजी में अधिवक्ता राजकुमार को जमीन फर्जीवाड़े के आरोप में जेल भेज दिया. 14 मई को जब जेल में राजकुमार की हालत फिर बिगड़ी तो जिला अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान मंगलवार को मौत हो गई. इसके बाद आक्रोशित परिजनों और अधिवक्ता संगठनों ने पुलिस और प्रशासन का घेराव किया. वहीं सीएमओ का भी घेराव कर नारेबाजी की.

मृतक के परिजनों का आरोप है कि राजकुमार को साजिश के तहत मारा गया है. बेहतर इलाज न मिल पाने की वजह से मौत हो गई. वहीं, अधिवक्ता संगठनों ने भी आरोप लगाया कि जमीन फर्जीवाड़े में तमाम अफसर भी फंस रहे थे. इस वजह से साजिश के तहत उनके अधिवक्ता साथी को मारा गया है. आक्रोशित भीड़ और परिजनों ने दोषी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने और पारदर्शी तरीके से पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग की है.

अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति ने बताया कि जमीन फर्जीवाड़े के मामले में राजकुमार लाल श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस अभिरक्षा में उन्होंने टॉयलेट क्लीनर पी लिया और इलाज के दौरान आज उनकी मौत हो गई. इस मामले में चौकी इंचार्ज रजनीश द्विवेदी और दो अन्य सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है. घटना की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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