गोंडा : जनपद गोंडा में बुधवार (10 फरवरी) को एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार जिला न्यायालय में अपना बयान दर्ज कराने पहुंचे. दरअसल, 24 जुलाई 2020 को गोंडा के करनैलगंज में एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया था. पुलिस ने मुठभेड़ में अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया था. पुलिस ने वारदात में शामिल 5 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था. उसी मामले में वादी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार अपना बयान दर्ज कराने गोंडा कोर्ट पहुंचे.
कासगंज मामले पर दी जानकारी
मीडिया से बातचीत के दौरान एडीजी ने कासगंज में सिपाही की हत्या पर कहा कि कासगंज के सिधपुरा थाना अंतर्गत सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार और सिपाही देवेंद्र सिंह नगला धीमर नाम के गांव में गए हुए थे. वहां पर अवैध शराब बनाने वाला अपराधी है. सब इंस्पेक्टर और सिपाही उसमें 82/83 तामील कराने गए थे, लेकिन वहां शराब माफिया मोती धीमर और उसके भाई एलकार ने पुलिस की टीम पर हमला बोल दिया. इस हमले में पुलिस का जवान शहीद हो गया, जबकि सब इंस्पेक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए.
'घटना में शामिल अपराधियों की तलाश जारी'
एडीजी ने बताया कि हमले की सूचना पर एसपी मौके पर पहुंचे. रात में ही पुलिस ने कॉम्बिंग शुरू की. इस दौरान शराब माफिया और पुलिस के बीच मुठभेड़ भी हुई. मुठभेड़ में एलकार नामजद अभियुक्त घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. एडीजी ने बताया कि इस घटना में शामिल अन्य अपराधियों की तलाश चल रही है. इन अपराधियों में मुख्य आरोपी मोती है. वह जिले का हिस्ट्रीशीटर भी है.
'पीड़ित परिवार को मिलेगी मदद'
एडीजी ने बताया कि इस घटना में जो सिपाही शहीद हुआ है, उसके परिजनों को शासन की तरफ से 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाएगी. उन्होंने सिपाही की शहादत को नमन करते हुए कहा कि इस घटना में शामिल सभी अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. आरोपियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की जाएगी.
गोंडा में 24 जुलाई को 5 साल के बच्चे का अपहरण कर लिया गया था. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए 25 जुलाई को मुठभेड़ के दौरान पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मासूम को सकुशल बरामद कर लिया. इस मामले में बुधवार को कोर्ट में पेशी के लिए आए थे. जहां पर अपना बयान दर्ज कराया है.
-प्रशांत कुमार, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर