गोण्डा: कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है. लॉकडाउन के कारण जिले में बाहर के कई मजदूर फंस गए थे. इन मजदूरों को अस्थायी शेल्टर होम में 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन किया गया था. शुक्रवार को जिलाधिकारी डॉ. नितिन बंसल के निर्देश पर 82 लोगों को वापस उनके घर भेजा गया है.
जिले में कुल 396 लोग शेल्टर होम में रह रहे थे. इसमें से 178 लोग उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के रहने वाले थे. वहीं अन्य लोग गैर प्रान्त और नेपाल के निवासी हैं. इन मजदूरों के 14 दिनों के क्वारेंटाइन का समय पूरा हो जाने पर 82 लोगों को उनके घर वापस भेज दिया गया है.
ये मजदूर बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर, महराजगंज और देवारिया के निवासी थे. इन सभी मजदूरों को सरकारी बसों से उनके घर तक भेज दिया गया है. वहीं इन लोगों को जिला प्रशासन ने 15 दिन का राशन भी दिया है. इससे वह अपने घर पहुंचकर आसानी से जीवनयापन कर सकें.
गोंडा में गैर जनपद के कई मजदूर लॉकडाउन के कारण फंस गए थे. इन मजदूरों को अस्थायी शेल्टर होम में 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन किया गया था. क्वारेंटाइन पीरियड पूरा होने पर सरकार के निर्देश के बाद 82 लोगों को मेडिकल परीक्षण कराकर सभी को 15 दिनों का राशन उपलब्ध कराया गया. इन सभी को सरकारी बसों से उनके घर भेजा गया है. इसके साथ ही जिस जिले के मजदूर थे, उस जिले के सीएमओ को भी इनकी लिस्ट भेजी जा रही है, जिससे उनकी निगरानी की जा सके.
-डॉ. नितिन बंसल, जिलाधिकारी