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78 साल के बुजुर्ग ने पेश की मिसाल, इंटर की परीक्षा पास करने का लिया संकल्प

यूपी के गोंडा जिले में 78 साल के रामकरण प्रजापति ने इंटरमीडिएट की परीक्षा देने का संकल्प लिया है. दरअसल पेशे से कुम्हार रामकरण ने यह संकल्प लेकर साबित कर दिखाया है कि पढ़ाई के लिए हौसले की जरूरत होती है न कि उम्र की.

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इंटरमीडिएट की परीक्षा देने बैठे रामकरण प्रजापति.
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Published : Feb 21, 2020, 12:53 PM IST

Updated : Feb 21, 2020, 1:38 PM IST

गोण्डा: अगर कुछ कर गुजर जाने की ललक हो, तो उम्र का कोई भी बंधन आपको रोक नहीं सकता. कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है विकासखंड इटियाथोक क्षेत्र के रहने वाले बुजुर्ग रामकरण प्रजापति ने. दरअसल, रामकरण प्रजापति ने उम्र के 78वें साल में इंटरमीडिएट की परीक्षा देने का संकल्प लिया है. पेशे से मिट्टी के बर्तन बनाने वाले रामकरण प्रजापति ने 1997 में हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी और अब उन्होंने 2020 में इंटरमीडिएट की परीक्षा देने का संकल्प लिया है.

इंटरमीडिएट की परीक्षा देने बैठे रामकरण प्रजापति.

रामकरण प्रजापति के इस कदम की चारों तरफ चर्चा हो रही है. उन्होंने हिंदी साहित्य का प्रथम प्रश्न पत्र गोंड़ा के मनकापुर क्षेत्र के एपी इंटर कॉलेज में दिया. रामकरण ने राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय पेड़ारन से यूपी बोर्ड की परीक्षा का फार्म भरा था. रामकरण प्रजापति का जन्म 11 जुलाई 1942 में हुआ था और उन्होंने 1997 में हाई स्कूल की परीक्षा पास की थी.

रामकरण प्रजापति के परिवार में उनके दो बेटे हैं. इनमें से एक साइकिल पंचर बनाने का काम करता है. बेटों ने उनके पिता (रामकरण प्रजापति) के संकल्प का स्वागत किया है.

इसे भी पढ़ें- गोण्डा : ट्रॉली को ठीक करते समय मैकेनिक की दबकर हुई मौत

मैंने इंटरमीडिएट की परीक्षा देने का संकल्प लिया है. मुझे कोई नौकरी मिले चाहे न मिले इसका कोई फर्क नहीं पड़ता. बस मैंने परीक्षा देने का संकल्प लिया है.
रामकरण प्रजापति,परीक्षार्थी

गोण्डा: अगर कुछ कर गुजर जाने की ललक हो, तो उम्र का कोई भी बंधन आपको रोक नहीं सकता. कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है विकासखंड इटियाथोक क्षेत्र के रहने वाले बुजुर्ग रामकरण प्रजापति ने. दरअसल, रामकरण प्रजापति ने उम्र के 78वें साल में इंटरमीडिएट की परीक्षा देने का संकल्प लिया है. पेशे से मिट्टी के बर्तन बनाने वाले रामकरण प्रजापति ने 1997 में हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी और अब उन्होंने 2020 में इंटरमीडिएट की परीक्षा देने का संकल्प लिया है.

इंटरमीडिएट की परीक्षा देने बैठे रामकरण प्रजापति.

रामकरण प्रजापति के इस कदम की चारों तरफ चर्चा हो रही है. उन्होंने हिंदी साहित्य का प्रथम प्रश्न पत्र गोंड़ा के मनकापुर क्षेत्र के एपी इंटर कॉलेज में दिया. रामकरण ने राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय पेड़ारन से यूपी बोर्ड की परीक्षा का फार्म भरा था. रामकरण प्रजापति का जन्म 11 जुलाई 1942 में हुआ था और उन्होंने 1997 में हाई स्कूल की परीक्षा पास की थी.

रामकरण प्रजापति के परिवार में उनके दो बेटे हैं. इनमें से एक साइकिल पंचर बनाने का काम करता है. बेटों ने उनके पिता (रामकरण प्रजापति) के संकल्प का स्वागत किया है.

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मैंने इंटरमीडिएट की परीक्षा देने का संकल्प लिया है. मुझे कोई नौकरी मिले चाहे न मिले इसका कोई फर्क नहीं पड़ता. बस मैंने परीक्षा देने का संकल्प लिया है.
रामकरण प्रजापति,परीक्षार्थी

Last Updated : Feb 21, 2020, 1:38 PM IST
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