गोंडा: जिले में कई स्कूल गैर मान्यता प्राप्त हैं, तो कुछ स्कूल छप्पर के नीचे ही संचालित किए जा रहे हैं. जिले में 600 स्कूल गैर मान्यता प्राप्त संचालित हो रहे हैं, जिनकी लिस्ट खुद शिक्षा विभाग के पास भी नहीं है. जिलाधिकारी ने बीएसए को गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक जिले में इसका असर दिखाई नहीं पड़ रहा है.
कार्रवाई के लिए टीम का गठन
गोंडा में बिना मान्यता के चल रहे विद्यालयों पर कार्रवाई के लिए टीम का गठन किया गया था, लेकिन अभी भी जिले में कई गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय धड़ल्ले से चल रहे हैं. जिलाधिकारी ने बीएसए को सख्त निर्देश दिए थे कि गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर कार्रवाई करवाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया जाय, लेकिन अभी तक जिले में इसका असर देखने को नहीं मिला है.
600 से अधिक विद्यालय गैर मान्यता प्राप्त
जिले में 600 से अधिक गैर मान्यता के विद्यालय संचालित हो रहे हैं. शिक्षा सत्र शुरू होते ही जिलाधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी और क्षेत्राधिकारी की संयुक्त टीम बनाई थी, जिसमें सभी को अपने-अपने क्षेत्र में संचालित हो रहे गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे.
बीएसए ने दी जानकारी
जिले में गैर मान्यता प्राप्त स्कूल के मामलों पर जब जिले के बीएसए मनीराम सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिले में जो भी गैर मान्यता प्राप्त स्कूल हैं, उनको नोटिस देने के बाद कार्रवाई की गई है. अगर कोई कहीं चोरी चुपके कोई स्कूल चल रहे हैं तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी.
बच्चों के भविष्य से खिलवाड़
जिलाधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी और सर्किल अफसर की टीम बनाई थी, जिसके साथ कार्रवाई की गई है. हालांकि हकीकत तो यह है कि जिला बेसिक शिक्षा और खंड शिक्षा अधिकारी की लापरवाही के कारण कई ऐसे मानक विहीन गैर मान्यता के विद्यालय फल फूल रहे हैं, जो बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं.